हम यि छोट चिठी बिस्बासयोग्य भाइ सिलाससे लिखाबैचियौ। हम तोरासबके साहस दैकेलेल आ तोरासबके जे भ्यारहलछौ उ परमेस्वरके सच्चा अनुगरह चियै कैहके गबाही दैचियौ। यि अनुगरहमे अस्थिर भ्याके रह।
ओकर परेमसे तोरासबके मन नै डगमगाबे ताकि जब अपनासबके परभु येसु जहिया आपन पबितर जन सङे एतै तै बखत आपन परमेस्वर आ पिताके सामने तुसब पबितर आ निरदोस पाबे से हमरासबके परथना चियै।