6 ‘जकरा कान छै उ सुने पबितर आत्मा, मन्डलीसबके कथी कहैछै।’”
जकरा कान छै, से पबितर आत्मा मन्डलीसबके कथी कहैछै से बात सुने। जे जित्तै ओकरा परमेस्वरके स्वरगलोकमे भेल जिबन दैबला गाछिके फल खाइले देबै।’”
जकरा सुनैबला कान छै, उ धियानसे सुइनके बुझ।
जकरा कान छै, उ धियानसे सुइनके बुझ।”
यदी जकरा सुनैबला कान छै, उ धियानसे सुइनके बुझ।”
कतहेकरा त हलगर माटीमे परलै आ बिचहन जलैमके सय गुना फल फरलै।” अतहेकरा कैहके येसु कहल्कै, “जकरसङे कान छौ से कोइ उ धियानसे सुइनके बुझ।”
‘जकरा कान छै, उ पबितर आत्मा मन्डलीसबके कथी कहैछै से बात सुने। जे जित्तै, ओकरा दोसर मिरतु किछो हानी नै करतै।’”
‘जकरा कान छै उ सुने पबितर आत्मा, मन्डलीसबके कथी कहैछै।’”
जकरा सुनैबला कान छौ उ धियानसे सुन!”