17 पबितर आत्मा आ कनिया कहैछै, “आबु!” जे लोक सुनैछै, उहो लोक कहे कि, “आबु।” जे पियासल छै, उ आबे आ जकरा इक्छा लागैछै उ जिबनके पानी मङनिएमे पिबे!
महज हमर देल पानी पियैबला फेनो कहियो नै पियासल रहतै, कथिलेत हमर देल पानी ओकर भितरसे निकलैबला पानीके मुल हेतै आ ओकरा अनन्त जिबन देतै।”
उ हमरा कहल्कै, “आब सबकाम पुरा भ्यागेलै! अल्फा आ ओमेगा, सुरु आ अन्त हम्ही चियै। जकरा-जकरा पियास लागल छै, हम ओइसबके मङनिएमे जिबनके पानीके भबसे पियैले देबै।
पाबैनके अन्तिम दिन अरथात मुल दिनमे येसु ठार भ्याके जोरसे कहल्कै, “तोरासबमेसे यदि कोइ पियासल चिही त उ हमरलग आबे आ पिबे।
येसु ओकरा जबाब देल्कै, “परमेस्वर तोरा दैबला बरदानके आ तोहर सङे पानी माङैबला लोकके चिनतिही त, तु ओकरसे माङतिही आ उ तोरा जिबनके पानी देतियौ।”
तकरबाद स्वरगदुत हमरा इस्फटिक जखा चमकदार जिबनके पानीके लदी देखल्कै। उ लदी परमेस्वर आ थुमाके सिंहासनसे निकैलके,
तब उ सात अन्तिम बिपतीसे भरल सातटा बाटी बोकैबला सातटा स्वरगदुतमेसे एक गोरे हमरा आइबके कहल्कै, “अते या, हम तोरा कनिया देखेबौ, जे थुमाके घरबाली चियै।”
तब हम परमेस्वरसे बरके लेल कनिया जखा सिङगार-पटार करल, अरथात पबितर सहर, लया यरुसलेम, स्वरगसे निचा आबैत देखलियै।
महज परमेस्वरके अनुगरहसे खिरिस्टमे बिस्बास करैबला लोकसबके मङनिएमे पापसे धरमी ठहराइल्कै।
“हम येसु, तोरासबलग मन्डलीके लेल यि गबाही दैले आपन स्वरगदुतके पठाइने चियौ। हम्ही दाउद रजाके कुल, सन्तान आ अनगुतके चम्कैबला तरा चियौ।”
जकरा कान छै, से पबितर आत्मा मन्डलीसबके कथी कहैछै से बात सुने। जे जित्तै ओकरा परमेस्वरके स्वरगलोकमे भेल जिबन दैबला गाछिके फल खाइले देबै।’”
हमसब सन्सारके आत्मा नै, महज परमेस्वरके पबितर आत्मा पाबनेचियै, ताकि उ अपनासबके खुसिसे जे चिज देनेछै ओइके बुझैले सकी।
“आबैजो, अते आइबके एकटा लोकके देख! हमर करल सबकाम उ हमरा कैहदेल्कै। कि ओह्या मुक्ती दैबला रजा खिरिस्ट त नै चियै?”
तब उ सामरी जनी कहल्कै, “मालिक, अहाँसङे त पानी भरैले डोलो नै छै, इनार बहौत गैहर छै। जिबनके पानी अहाँ कतसे आन्बै?
कथिलेत सिंहासनके बिचमे रहैबला थुमा ओकरासबके चरबाहा हेतै, ओकरासबके डोरियाइत जिबनके पानीके मुलमे लजेतै आ परमेस्वर ओकरासबके आँखके सब लोर पोइछदेतै।”
तब स्वरगसे हम एकटा एहेन अबाज सुनलियै, “यि बात लिख: आबसे परभुके सेबा करैत-करैत मरैबला लोक धन्यके चियै।” पबितर आत्मा अनङ जबाफ देल्कै, “साँचेके! उसब आपन आपन मेहनतसे आराम पाबतै, कथिलेत उसब आपन करल काम अनुसार इनाम पाबतै।”
यि बात सुइनके दुइ गोरा चेलासब येसुके पछा लाग्लै।