3 वह्या एक लाख चौबालिस हजार लोकसब सिंहासनके अगा आ उ चार जिबित परानी आ धरमगुरुसबके अगा एकटा लया गित गाबैछेलै। ओइसबके पिरथिबीसे मोल तिरके छोरेने छेलै। ओइसबके बाहेक कोइ नै उ गित सिखैले सकैछेलै।
उसब अनङ कैहके परमेस्वरके दास मोसाके भजन आ थुमाके भजन गाबैछेलै, “हे सरबसक्तिमान परभु परमेस्वर! अहाँके काम कतेक महान आ अदभुत छै, हे जाती जातीके रजा! अहाँके बाट धारमिक आ सत छै।
‘जकरा कान छै, उ पबितर आत्मा मन्डलीसबके कथी कहैछै से बात सुने। जे जित हासिल करतै, तकरा हम गुप्तमे भेल खाइबला मन्न देबै। हम ओकरासबके एकटा उजर पथल देबै, जैमे लया नाम लिखल रहतै। यि उजर पथल पाबैबला मातरे उ नाम जान्तै।’”
जै लोकमे परमेस्वरके आत्मा नै छै, उ लोक परमेस्वरके आत्माके बातसबके गरहन नै करैछै। कथिलेत एहैन बातसब ओकरलेल मुरुख बात हैछै। एहैन बात त परमेस्वरके आत्मासे मातरे बुझैले सकैछै।