4 लोकसब उ अजेगरके पुजा करैछेलै कथिलेत अजेगर आपन अधिकार जानबरके देनेछेलै। लोकसब उ जानबरके सेहो जयजयकार करैत अनङ कहल्कै, “ओइ जानबर जखा औरो के छै से? ओकरसङे लराइ करे सकैबला के छै से?”
उ जानबर चितुवा जखा लागैछेलै। ओकर टाङ भालु जखा छेलै आ मुह सिंह जखा छेलै। उ अजेगर आपन सक्ती, सिंहासन आ बरका अधिकार ओहै जानबरके देल्कै।
तब उ सहर जैरके निकलल धुवाँ देखके एहैन कहैत जोरसे कहल्कै, “यि महानगरी जखा त कोनो सहर नै छेलै।”
पहिन्का जानबरके मुरती बोले आ उ मुरतिके पुजा नै करैबला लोकसबके माइरदेबे कैहके ओइ जानबरके मुरतिमे साँस फुइकदैके अधिकार अजेगर दोसर जानबरके देल्कै।
तकरबाद अकासमे औरो एकटा अचमके चेन्हा देखा परलै, ओकर सातटा मुर आ दसटा सिङ भेल्हा एकटा बरका लाल अजेगर छेलै। ओकर सातटा मुरमे सातटा मुकुट रहै।
बेबस्था भङ करैबला लोक आपने बरका भ्याके लोकसब परमेस्वर मानैबला सब चिजसबके आ पुजा-पाठ करैबला सब चिजके बिरोध करतै। उ त परमेस्वरके मन्दिरमे बैठके उ आपनेके परमेस्वर चियै कहतौ।
उसब थुमाके बिरोधमे लराइ करतै महज थुमा आपनसङे बोल्याल, छानल आ बिस्बास योग्यसबके ल्याके ओकरासबके जित्तै कथिलेत उ परभुसबके परभु आ रजासबके रजा चियै।
उ बिपतसे बचलहा लोकसब आपन हाथके कामसबसे पस्चाताप नै करल्कै। उसब भुत-परेतसबके, देखैले नै सकैबला, सुनैले नै सकैबला आ चलै-फिरै नै सकैबला सोना, चानी, काँस, पथल आ काठके मुरतीसबके पुजैलै नै छोरल्कै।
सैतान, जे अइ सन्सारके देबता चियै से महिमीत सुसमाचारके इजोतके नै देखे कैहके खिरिस्टमे बिस्बास नै करैबला लोकसबके बुझैबला सक्तीके आन्हर बन्यादेनेछै।
ओकर नङरिसे स्वरगके एक तिहाइ तरासबके बरहाइरके पिरथिबीमे फेक देल्कै। तब जलमेलागल बच्चा जलमैत मातर खाइके लेल जलम दैबाली जनीके अगा उ अजेगर ठारभेल छेलै।
तकरबाद हम पिरथिबीसे निकलैत दोसर एकटा जानबर देखलियै। जकरा थुमा जखा दुइटा सिङ छेलै आ ओकर बोली अजेगर जखा छेलै।