1 तकरबाद अकासमे एकटा अचमके बरका चेन्हा देखा परलै। एकटा जनि देखा परलै, जे सुरुज पिन्हने छेलै, जकर टाङके निचामे चान आ मुरमे बारहटा तराके मुकुट लगेने छेलै।
“चान, सुरुज आ तरासबमे चेन्हा देखा परतौ, समुन्दरके हुहुवाह आ बरका-बरका झोहसबके देखके सन्सारके लोकसबके डेराजेतै।
यि बहौत बरका रहसके बात चियै। हम एह्या बात खिरिस्ट आ मन्डलीके समबन्धमे बोलैचियै।
अकासके तरासब खस्तै आ अकासके सक्तीसब थर-थर काप्तै।
बरका-बरका भुमकौन हेतौ। जतेततै भुखमरी आ महामारी फैल्तौ, आतङक मचतौ, तब अकाससे बरका-बरका चेन्हासब हेतौ।
उ सहरमे इजोतके लेल सुरुज आ चानके आबस्यक नै छै, कथिलेत परमेस्वरके महिमा ओतेका इजोत चियै आ थुमा आपने चिरखा चियै।
अकासमे हम फेनसे एकटा औरो महान आ अदभुतके चेन्हा देखलियै। सातटा स्वरगदुतसब एक एकटा बिपत बोक्ने छेलै। उ त परमेस्वरके करोधके सातटा आखिरी बिपत चियै।
तकरबाद अकासमे औरो एकटा अचमके चेन्हा देखा परलै, ओकर सातटा मुर आ दसटा सिङ भेल्हा एकटा बरका लाल अजेगर छेलै। ओकर सातटा मुरमे सातटा मुकुट रहै।
तखन स्वरगमे परमेस्वरके मन्दिर खुल्लै आ ओकर मन्दिर भितर ओकर करारके सन्दुक देखापरलै। तब अकासमे बिजली चमैक उठलै। डरलागैबला अबाज सुनाइ देल्कै आ मेघके गरजन सुनेलै, भुमकौन गेलै आ बरका बरका पथल परलै।
उपर अकासमे हम अच्चमके काम आ निचा पिरथिबीमे लहु, आइग आ धुवाँके रेतके चेन्हासब देखेबौ।
“तकरबाद मानबके बेटा आबैके चेन्हा अकासमे देखा परतै। पिरथिबीके सब जातीसब कना रोहैट करतै आ मानबके बेटाके बादलमे सक्ती आ बरका महिमाके सङे आबैत देखतै।
अपनासबके परभु येसु खिरिस्टके कुरूस बाहके औरो कोनो चिजमे घमन्ड करैबला बात हमरसे दुरे रहे। ओकर कुरूसके कारन हमर लेल सन्सारके लोभ लालचसब मरल छै आ सन्सारके लेल हम मरल चियै।
तब कुछ धरमगुरुसब आ फरिसीसब येसुके कहल्कै, “गुरु जी, हमसब अहाँसे एकटा अचमके चेन्हा देखैले चाहैचियै।”
ओइ सहरके देबालके बारहटा जग छेलै आ ओइमे थुमाके बारह परेरितसबके नाम लिखल छेलै।
हमर दहिना हाथमे तोहर देखल यि सात तरासब आ सोनाके डैठके रहस यि चियै, सात तरासब सात मन्डलीके देख-भाल करैबला स्वरगदुतसब आ सातटा डैठ सातटा मन्डलीसब चियै।”
तोरासबमेसे जतहेक गोरे खिरिस्टमे बप्तिस्मा लेनेचिही, तु सबकोइ खिरिस्टके धारन करनेचिही।
परमेस्वर तोरासबके करल वास्ता जखा हम्हु तोरासबके वास्ता करैचियौ, कथिलेकी हम त एक मातरे बर खिरिस्टसङे तोरासबके बियाह कैरदैके परतिग्या करनेचियौ। ओहैसे तोरासबके ओकर पबितर कुमाइर कनियाके रुपमे कनियादान करैके बिचार करनेचियौ।
अहिनङ कैरके, येसु खिरिस्टमे बिस्बास करैबला सबके परमेस्वर धरमी ठहराइनेछै, कथिलेत उ ककरो भेदभाव नै करैछै।
जकरसङे कनिया छै वह्या बर चियै। बरसङे ठार हैबला बरेके अबाज सुइनके बहौत खुसी हैछै। अहैलेल हमर यि खुसी आब पुरा भेलछै।
महज येसु खिरिस्टके स्वभाबके धारन कर आ पापी स्वभाबके इक्छा पुरा करैबला बातमे धियान नै दहै।
महज स्वरगके यरुसलेम सारा स्वतन्तर छै आ अपनासब स्वतन्तर यरुसलेम माँ के बेटा-बेटीसब चियै।