6 कोनो बातके चिन्ता नै कर, महज खाचो परल चिजके लेल परमेस्वरमे परथना कर आ ओकर करल सब असल चिजके लेल धन्यबाद दहै।
तोरासबके सब चिन्ता-फिकिर ओकरमे राइख दहै कथिलेत उ तोरासबके देखभाल करैछौ।
अहैलेल तुसब ओकरासबके जखा नै हो। कथिलेत तोरासबके पिता तोरासबके माङैसे पैहनैये बुझ्हैत रहैछै, कि तोरासबके कोन-कोन चिज चाही।
तुसब सचेत भ्याके धन्यबादी हिरदयके साथ परथनामे लागल रह।
तुसब पबितर आत्माके सक्तीमे हर बखत परमेस्वरसे परथना कर। होसियार आ लगनसिल भ्याके हरदम खिरिस्टके पबितर जनसबके खातिर परथना करैतरह।
तुसब किछो कहबिही तैयो, किछो करबिही तैयो सब बात परभु येसुके नाममे कर तब ओकरेसे परमेस्वर पिताके धन्यबाद चरहा।
तकरबाद चेलासबके सबदिन परथना करे आ निरास नै हेबे कैहके येसु ओइसबके एकटा खिसा कहल्कै,
तकरबाद येसु आपन चेलासबके कहल्कै, “अहै खातिर आपन परानके लेल कथी खेबै, देहके लेल कथी पिन्हबै कैहके चिन्ता नै कर।
खिरिस्टके सान्तीके तुसब आपन हिरदयमे राज करैले दहै। एह्या सान्तीके खातिर परमेस्वर तोरासबके एके देहमे बोलाइनेछौ। यि बातमे तुसब धन्यबादी बन।
अपनासबके परभु येसु खिरिस्टके नाममे परमेस्वर पिताके सब बातमे हरदम धन्यबाद दैतरह।
महज येसु ओकरा कहल्कै, “ए मारथा, तोहे बहुत बातसबसे चिन्ता करैचिही आ उदास रहैचिही।
कि परमेस्वरके आपन जनसब रात-दिन ओकरा पुकारतै त ओइसबके नियाइ नै करतै? कि उ आपन लोकसबके सहायता करैले देर करतै त?
महज जब तोरासबके पकरतौ, तब कनङके आ कथी बोल्बै तैके चिन्ता नै कर। कथिलेत तोरासबके कथी बोले परतौ से ओहै बखत तोरासबके देल जेतौ,
कथी खेबै, कथी पिबै तकर लेल तुसब खोजि आ चिन्ता नै कर।
तुसब परथनासे हमरासबके सहायता करेपरतौ। अहिनङ बहौत लोकके परथनाके उतरके रुपमे हमसब जे आसिस पाबनेचियै, तकर लेल बहुतो लोक परमेस्वरके धन्यबाद चरहाइतै।
तुसब जिबनके बारेमे चिन्ता नै कर कैहके हमर इक्छाछै। बियाह नै करल लोक परभुके कनङके खुस करबै तैमे धियान लगाइछै।
सब चिजके अन्त हैके समय चैल एलछै। ओहैसे तुसब आपन मनके सुध आ आपनेके बसमे राख ताकी तुसब असलसे परथना करे सक।
काँटके झारमे परल बिचहन उ लोक जखा चियै, जे बचन सुनैछै, महज सन्सारके चिन्ता आ धन-सम्पतीके मोह-मायासे बचनके दाइब दैछै। उ बचन ओकर जिबनमे कोनो परकारके फल नै फराबैछै।
परमेस्वर तोरा बोलाइ बखत कि तु ककरो दास छेल्ही? यदि छेल्ही त तकर चिन्ता नै कर, महज स्वतन्तर हैले मौका भेटैछौ त, स्वतन्तर भ्याजो।
काइलके खातिर चिन्ता नै कर, कथिलेत काइलके दिन आपन फिकिर आपने करतै। आइके दुख आइके लेल बहौत छै।”
आब सबसे पहिने अनुरोध करैचियौ कि सब लोकसबके लेल बिन्ती-भाव, परथना, अन्तरबिन्ती आ धन्यबाद परमेस्वरमे चरहा।
जै मसोमातनीके देखभाल करैबला कोइ नै छै, से मसोमातनी त आपन भरोसा परमेस्वरमे राखने रहैछै। उ दिन रात परमेस्वरमे बिन्तीभाव करैत रहैछै।