19 उ त ओकर हिरदयमे नै महज पेटमे ज्याके बाहर निकैल जाइछै।” (अहिनङे येसु सब खाइबला खानाके सुध चियै कैहके समझेल्कै।)
कि तुसब नै देखैचिही, जे लोकके मुहसे भितर जाइछै, तब उ पेटमे ज्याके देहसे बाहर निकैल जाइछै।
कोइ कहैछै, “भोजन पेटके लेल आ पेट भोजनके लेल चियै।” महज परमेस्वर दुनुके नास करतै। लोकके देह बेबिचारके लेल नै, महज परभुके लेल चियै आ देहके लेल आबस्यक चिज परभुवे बन्दोबस करैछै।
तब फेनो अकाससे ओइ अबाजके सुनलियै, ‘जकरा परमेस्वर सुध कैरदेनेछै ओकरा तु असुध नै कहै।’
ओहिनङे अबाज फेनो उ दोसर बेर सुनल्कै, “जै चिजके परमेस्वर सुध करने छै ओकरा तु असुध नै कहै।”
महज भितरोमे राखल चिजसब गरिबसबके दान दहै, तब तोरासबके खातिर सबचिज सुध हेतौ।
अहै खातिर खान-पिन या पाबैनके दिन या अमसियाके दिन कि पबितर बिसराम दिन मानैके बिसयमे कोइ दोस लगाइछौ त, ओहेन बातसबमे धियाने नै लगा।
येसु ओकरासबके कहल्कै, “अखुनतक तुसब अबुझेचिही? जे बाहरसे लोक भितरमे ढुकैछै, उ ओकरा असुध नै करैछै से तुसब नै जानैचिही?