6 महज टह-टह रौद उग्लाके बाद टुसासब मौरागेलै आ सिर नै लग्लाके कारन उ लटुवागेलै।
जब टहटह रौद लागैछै तब फुलाके गाछ मुरझा जाइछै। एहैन लोभ लागैबला फुल त झैरजाइछै आ ओकर सोभा हर्याजाइछै। ओहिनङ कैरके कामकाजमे दौर धुप कैरते कैरते धनिक लोकसबके जिबन बित जाइछै।
उसब कहियो नै भुखल आ पियासल रहतै। उसबके सुरुजके टहटहवा रौद या नै कोनो जराइबला धाहसे हानी करतै।
तोरासबके परेम भोजमे यि लोकसब कलंक चियौ। उसब दोसर गोराके वास्ता नै कैरके आपन पेट भरैके धियानमे रहैछै। उसब पानी बिनाके बादल जखाछै, जकरा हबा उराके ल्याजाइछै। उसब आपन समयमे फल नै फरैबला आ जैरसे उखैरके मरल गाछसब जखा चियै।
नास हैबलासबके उ दुस्टतासे छकाइतै, कथिलेत उसब मुक्तीदैबला सतके नै मन पराइल्कै।
तुसब आपन बिस्बासके जैर ओकरमे गैहरतक गारने रह आ ओकरसङे आपन समबन्ध बलगर बनाइत जो। तोरासबके भेटल सिक्छा अनुसार बिस्बासमे अस्थिर भ्याके ओकरा धन्यबाद दैतरह।
तुसब बिस्बास करलासे खिरिस्ट तोरासबके हिरदयमे बास करतौ आ ओकर परेममे तोरासबके जैर बरहैत आ बलगर हैत ज्या कैहके हम परथना करैचियौ।
महज टह-टह रौद उग्लाके बाद टुसासब मौरागेलै आ सिर नै लग्लाके कारन उ सुइखगेलै।
कुछ बिया पथलबला जमिनमे परलै, जते बेसी माटी नै रहै आ माटीके गहिराइ नै भेलासे बिया जल्दीए जलमलै।
कुछ बिया काँटसबके झारमे परलै। काँटके झारसब बरहैत गेलै आ जलमल बियाके झाइप देल्कै आ ओइमे फल फरैले नै सक्लै।