9 ओइ लकबा मारल लोकके ‘तोहर पाप छमा भेलछौ’ कैहके कहनाइ कि ‘आपन बिछौना उठाके चल’ कहनाइ कोन उचित हेतै?
आब कह त हम यि लोकके, ‘तोहर पाप छमा भेलौ’ कि ‘उइठके चल’ कहैमे कोन असान हेतौ?
अहिनङे ओकर कामके चरचा पुरे सिरिया परदेसमे फैलगेलै। हरेक परकारके रोग-बिमारसे सत्याल, भुत लागल, मिरगी लागल आ लकबा मारल लोकसबके येसु लग आनल्कै आ येसु ओइसबके निक करल्कै।
तब कुछ लोकसब झोलङामे बोइकके एकटा लकबा मारल लोकके येसु लग आनल्कै जे बिछोनासे उठे नै सकैछेलै। येसु ओइसबके बिस्बास देखके लकबा मारल लोकके कहल्कै, “बेटा, साहस कर। तोहर पाप छमा भेल छौ।”
तब तखुन्ते ओइसबके मनके बात बुइझके येसु कहल्कै, “तुसब कथिले एहेन बिचार करैचिही?
महज दुनियामे मानबके बेटाके पाप छमा करैके अधिकार छै से बात तुसब जान।” तब येसु लकबा मारल लोकके कहल्कै,
तब येसु ओइ जनिके कहल्कै, “तोहर पाप माफ भ्यागेल्छौ।”