5 “जब तुसब परथना करैचिही त, तखुन कपटी जखा नै बन, कथिलेत उसब सभाघरसबमे आ रस्ताके कात-करौतके लोकसब देखे कैहके ठरा भ्याके परथना करैछै। साँचोके, हम तोरासबके कहैचियौ, उसबके आपन इनाम मिलगेलछै।
“जब तुसब दान दैचिही त, आपनेसे ढोल नै पिट, जनङ कपटीसब सभाघरसब आ रस्तामे लोकसबसे आपन परसन्सा पाबैले करैछै। साँचे हम तोरासबके कहैचियौ, ओइसबके आपन इनाम भेटगेलछै।
“महज उ बटी उठाइबला लोक दुरे ठार भ्याके स्वरग दिसन आँखके पलकियो नै मारके आपन छाति पिट-पिटके कहल्कै, ‘हे परमेस्वर, हम पापी उपर दया करु!’”
जखुन तुसब परथनाके लेल खरा हेब्ही, तब ककरो बिरुधमे तुसब कुछो छौ त ओकरा माफ कर, जै से तोहर पिता जे स्वरगमे छौ सेहो तोहर अपराध माफ कैरदेतौ।
उसब बिधुवासबके घर हरैप लैछै आ देखाबटी बरका-बरका परथना करैछै। साँचे उसब त बेसीसे कठोर सजाय पाबतै।”
बास्तममे परमेस्वर औरो बेसि अनुगरह करैछै। जनङकी पबितर धरमसास्तरमे लिखल छै, “परमेस्वर घमन्डी लोकसबके बिरोध करैछै, महज नम्रसबमे अनुगरह करैछै।”
तकरबाद चेलासबके सबदिन परथना करे आ निरास नै हेबे कैहके येसु ओइसबके एकटा खिसा कहल्कै,
तुसब पबितर आत्माके सक्तीमे हर बखत परमेस्वरसे परथना कर। होसियार आ लगनसिल भ्याके हरदम खिरिस्टके पबितर जनसबके खातिर परथना करैतरह।
“तु फरिसीसबके धिक्कार! कथिलेत तुसब यहुदी सभाघरसबमे आदरके ठाउ आ बजारके रस्ता चलैत खिना लोकसबसे गोरलगी चाहैचिही।
तुसब बिस्बास कैरके परथनामे परमेस्वरसे जे माङबिही से तुसब पाबबिही।”
लगातार परथना करैतरह।
अखुनोतक तुसब हमर नाममे कुछो नै माङनेचिही। माङ त तुसब पाबबिही आ तहैसे तोरासबके आनन्द पुरा हेतौ।
येसु फेनो कहल्कै, “धरमगुरुसबसे होसियार रह! कथिलेत उसब लाम-लाम बस्तर पिन्हके घुमैले आ बजारसबमे सलामी खोजैबला,
तै खातिर खेतके मालिकके परथना कर, उ आपन बाली काटैले जनसब पठादेतौ।”
“तोहे धरमगुरुसबके आ फरिसीसबके धिक्कार! तुसब कपटी चिही! कथिलेत तुसब स्वरगके राजके केबार खोलैबला कुजी त लेल्ही, महज नै अपने ढुकलिही नै दोसरके ढुकैले देल्ही।
भोज-भातमे आदरके ठाम आ सभाघरसबमे परमुख आसनके ठाम बैठैले चाहैछै।
“जब तुसब उपास बैठैचिही तब कपटी जखा उदास चेहरा नै देखा। कथिलेत लोकसबके उपास बैठल देखाइले उसब आपन मुह मलिन करने रहैछै। साँचे हम तोरासबके कहैचियौ, ओकरासबके मिलैबला पुरे इनाम मिलगेलछै।
येसु चेलासबके कहैतगेलै, “होसियार रह, लोकसबके देखाबैलै धरम-करम तुसब नै कर। नै त स्वरगमे रहैबला पितासे तोरासबके कोनो इनाम नै भेटतौ।
सबकाम उ सब देखाबैके लेल मातरे करैछै। उसब आपन हाथमे आ कपारमे बेबस्थामे लिखल बातसब जन्तरमे राइखके बान्हैछै आ आपन बस्तरमे लाम-लाम फुदनासब लगाके पिन्हैछै।
महज धिक्कार, तोहे धनिक्हासबके कथिलेत तोरासबके सुख-चैन मिलल छौ!