1 बिहानके मुख पुजारीसब आ अगुवासब एकमत भ्याके येसुके मारैके योजना बनेल्कै।
बिहान सबेरे मुल पुजारीसब, धरमगुरुसबसे, अगुवासबसे आ महासभाके सब सदससबसे सङे आपसमे सरसल्लाह कैरके योजना बनेल्कै। तब उसब येसुके बाइन्हके बडाहाकिम पिलातसलग आनल्कै।
तकरबाद उसब येसुके कैयाफाके घरसे रोमी सासकके दरबारमे ल्यागेलै। ओइ बखत अनगुत भेल छेलै। असुध नै हेबे महज निस्तार पाबैनके भोज खाइले सकि कैहके उसब दरबार भितर नै गेलै।
तब बिहान भेलाके बाद अगुवासब, मुल पुजारीसब आ धरमगुरुसब जमा भेलै आ येसुके आपन महासभामे लगेलै।
“तोहे धरमगुरुसबके आ फरिसीसबके धिक्कार! तुसब कपटी चिही! कथिलेत तुसब स्वरगके राजके केबार खोलैबला कुजी त लेल्ही, महज नै अपने ढुकलिही नै दोसरके ढुकैले देल्ही।
यि सुनलाके बाद उसब अनगुते मन्दिरमे गेलै आ उपदेस देबेलाग्लै। महज मुल पुजारी आ ओकरसङे रहैबलासब एलै, महासभामे भेल्हा सब इजराएलीसबके बोलाइल्कै आ परेरितसबके जहलसे लाबैले लोकसबके पठेल्कै।
ओइ बखत कतहेक लोकसब ओइ ठाममे छेलै, जे गालिलीसबके बारेमे येसुके कहैछेलै, “पिलातस हतिया कैरके ओकरासबके लहु बैलभोगके लहुसङे मिलादेनेछेलै।”