1 जब येसु आ ओकर चेलासब यरुसलेमके नजदिक जैतुन पहाड़के बेथफागे ठाममे पुग्लै, तब येसु आपन दुइ गोरा चेलासबके एहेन कैहके पठाइल्कै,
येसु जैतुन पहाड़मे गेलै।
येसु सबदिन मन्दिरमे सिक्छा दैछेलै आ रातके जैतुन पहारके टुप्पीमे ज्याके रात बिताबै छेलै।
तकरबाद एकटा भजन गाइबके उसब जैतुन पहाड़ दिसन निकैलके गेलै।
येसु जैतुन पहारमे बैठलबखत ओकर चेलासब आइबके चुपेसिना पुछल्कै, “गुरु जी, हमरासबके कहु यि बातसब कहिया हेतै? अपने दोसर बेर एबै से आ यि युगके अन्त हैबला चेन्हा कथी रहतै।”
तब उसब जैतुन नामके पहारसे यरुसलेम घुइमके एलै। यरुसलेमसे यि पहार लगभग एक किलोमिटर जतेक दुर परैछै।
तकरबाद येसु सबदिन जखा बाहर निकैलके जैतुन पहारमे गेलै आ चेलोसब ओकर पछा-पछा गेलै।
तब उसब एकटा भजन गाइबके सबकोइ निकैलके जैतुन पहाड़ दिसन चैलगेलै।
यि बात सुनैत मातर येसुके दया लाग्लै। तब ओइसबके आँखमे छुबल्कै, छुबते मातर उसब देखेलाग्लै आ ओहोसब ओकर पछा लाग्लै।
“तुसब ओते सामनेके गाममे जो। पुगते मातर ओते एकटा गदहा आ ओकर बच्चा बान्हल देखबिही। ओकरा खोइलके हमरलग आन।
तब येसु मन्दिरके ओइपार जैतुन पहारमे बैठल छेलै। ओइ बखत पतरुस, याकुब, युहन्ना आ अन्दरियास ओकरा असगरेमे पुछल्कै,