8 कतहेकरा त हलगर माटीमे परलै आ बिचहन जलैमके सय गुना फल फरलै।” अतहेकरा कैहके येसु कहल्कै, “जकरसङे कान छौ से कोइ उ धियानसे सुइनके बुझ।”
जकरा सुनैबला कान छै, उ धियानसे सुइनके बुझ।
‘जकरा कान छै, उ पबितर आत्मा मन्डलीसबके कथी कहैछै से बात सुने। जे जित्तै, ओकरा दोसर मिरतु किछो हानी नै करतै।’”
जकरा कान छै, से पबितर आत्मा मन्डलीसबके कथी कहैछै से बात सुने। जे जित्तै ओकरा परमेस्वरके स्वरगलोकमे भेल जिबन दैबला गाछिके फल खाइले देबै।’”
महज औरो लोकसब बिया छिटल उ असल जमिनसब जखा चियै, जे बचन सुनैछै, गरहन करैछै आ फल दैछै, तब कोनो तिस गुना, कोनो साइठ गुना आ कोनो सय गुना फल फराबैछै।”
महज कुछ बिया असल जमिनमे परलै, उ जलमैत आ बरहैत गेलै। कोनो तिस गुना, कोनो साइठ गुना आ कोनो सय गुना फल फरेल्कै।”
महज असल जमिनमे परल बिचहन उ लोकसब जखा चियै, जे बचन सुनैछै, बुझैछै आ साँचोके फल फराइछै। उ छिटल बिचहनसे सय गुना, साइठ गुना आ तिस गुना फल फराइछै।”
महज हलगर माटीमे परैबला उसब चियै, जे कोइ परमेस्वरके बचन सुनैछै आ आग्याकारी भ्याके मनेमे राखैछै आ दुख सहियोके बहौतरा फल फराइछै।”
तब तुसब परभुके मनपरैबला जिबन बिताके ओकरा खुसी करैले सकबिही। सब असल काममे तुसब फल फराइत परमेस्वरके ग्यानमे बैढते जेब्ही।
कथिलेत हमसब असल कामसबके लेल खिरिस्ट येसुमे सिरिस्टी भ्याल ओकर हाथके सिप चियै। ओह्या अनुसार अपनासब चल कैहके उ पहिनेसे तयार करने रहै।
यदी जकरा सुनैबला कान छै, उ धियानसे सुइनके बुझ।”
जकरा सुनैबला कान छौ उ धियानसे सुन!”
कोनो काँटसबके झारमे परलै, महज काँटके झारसब बैरहके बिचहनके बरहैले नै देल्कै।
तब उ नै त खेतके लेल, नै त मानोमे फेकैके लेल काम लाग्तै। लोकसब ओकरा फेक देतै। जकरा कान छौ, उ धियानसे सुइनके बुझ।”
‘जकरा कान छै उ सुने पबितर आत्मा, मन्डलीसबके कथी कहैछै।’”
जकरा कान छै, उ यि बात सुने!