42 आपन आँखके ढेङ नै देखैचिही त आपन भाइके कनङके कहे सकबिही, ‘ला त तोहर आँखके कुरकुट निकाइल दैचियौ।’ ऐ कपटीसब! पहिने आपन आँखके ढेङ निकाल तब दोसरके आँखके कुरकुट असलसे देखे सकबिही।”
महज यि गुनसब नै भेल लोक दुरके चिजसब नै देखैसकैबला अन्हरसब चियै। उसब आपन पहिन्का पापसबसे सुध भेल बात बिसैर गेलछै।
यदी कोनो लोक आपनके खराब कामसे सुध राखैछै त, उ आदरके जोग कामके खातिर एकटा भँड़िया बन्तै। कथिलेत उ आपने सुध राइखके सब असल कामके खातिर मालिकके मनपरैबला हेतै।
यि सब करैबला परमेस्वरे चियै, जे अपनासबके खिरिस्टसे आपनसङे मिलापमे आनल्कै। औरो लोकसबके ओकरसङे मेलमिलापमे लाबैबला काम अपनासबके देनेछै।
हे लोकसब, कि तु दोसरके दोस लगाइचिही? तोरासबमेसे चाहे जे कोइ हेबे दोसी नै चियै कैहके बहाना करैबला कोनो कारन नै छौ। दोसरके दोस लगाइबला तु आपनेके दोसी ठहरबिही, कथिलेत जे कामके लेल दोसरके दोस लगाइचिही, उ काम तु आपने करैचिही।
“ऐ सैतानके बच्चा, सब सतकरमके दुस्मन, तु सबकिसीमके छलकपट आ बैमानीसे भरल चिही! कि तु सोझ बाटके टेढ करैले नै छोरबिही?
यि काममे नै तोहर कोनो अधिकारे छौ नै कोनो हिस्से, कथिलेत परमेस्वरके नजरमे तोहर मन भरस्ट भेल छौ।
पतरुस ओइसबके कहल्कै, “पस्चाताप कर आ तोरौरके पापसे छमा पाबैके खातिर येसु खिरिस्टके नाममे तोरौरके सबकोइ बप्तिस्मा ले, तोरासबके पबितर आत्माके बरदान पाबबिही।
महज तोहर बिस्बास नै डगमगावे कैहके हम तोहर लेल परथना करनेचियौ आ फेनो तु हमर दिसन घुइमके एलाकेबाद तोहर भाइसबके अस्थिर करा।”
महज परभु ओकरासबके जबाफ देल्कै, “ए कपटीसब, के पबितर बिसरामके दिनमे आपन गाइ या गदहाके खुट्टासे घुरी खोइलके पानी पिआइले नै लजाइचिही से?
तब येसुके कहल बात पतरुसके याद परलै, “मुरगा डाँक दैसे पैहने तु हमरा तिन बेर इन्कार करबिही।” तब पतरुस बाहर निकैलके हेकैच-हेकैचके काने लाग्लै।
आपन भाइके आँखके कुरकुट देखैचिही, महज तु आपन आँखके ढेङो नै देखैचिही?
या आपने आँखके ढेङ नै देखैचिही त आपन भाइके कनङके कहे सकबिही, ‘ला त, हम तोहर आँखके कुरकुट निकाइल दैचियौ।’
“दोसरके आँखमे कुरकुट देखैचिही, महज आपन आँखमे ढेङो नै देखैचिही?
“कोनो भि असल गाछमे खराब फल नै फरैछै, तैहनङ कोनो भि खराब गाछमे असल फल नै फरैछै।