5 तकरबाद सैतान येसुके पहारके टुप्पीमे लज्याके एके झलकमे सन्सारके सारा राजसब देखेल्कै।
कथिलेत अपनासबके लराइ देह आ लहुके बिरोधमे नै महज सासकसबके बिरोध, सक्तिसबके बिरोध, अखुन्का अन्हार जुगके सन्सारिक सासकसब आ स्वरगके ठामसबमे भेल दुस्ट आत्माके सेनासबके बिरोधमे चियै।
यि परिबरतन आँखके एक मटकीमे, तुरहीके अन्तिम आबाजमे हेतै। तै समयमे तुरही बज्तै तब मरल लोकसब सबदिनके लेल जिबित हेतै आ अपना जिबित भेलसब परिबरतन हेबै।
फेनो सैतान येसुके एकटा उच्का पहाड़मे लज्याके सन्सारके सब राज आ आपन सान देखाइत कहल्कै,
ओइ बखत तुसब सन्सारके पापी लोकसब जखा चलैछेल्ही आ अकासके सक्तीके मालिक, सैतानके मानैछेल्ही। जे परमेस्वरके नै मानैबला लोकसबके अखुन आपन बसमे राखनेछै।
अपनासबके अखैन भोगल दुख पछा आबैबला बरका अनन्तके सुख समैझके त साँचे यि कुछो नै चियै।
जेसब सन्सारके चिज-बिज उपभोग करैछै उसब तैके कोनो वस्ते नै करल जखा करे, कथिलेत अइ सन्सारके चिजसब नास भ्यारहल छै।
परमेस्वरके राजके यि सुसमाचार परचार सन्सार भैर करलजेतै, ताकि सब जातीके लोकसब सुनैके मौका पाबे, तकरबादे यि सन्सारके अन्त हेतै।