46 आ उसबके कहल्कै, “पबितर धरमसास्तरमे एहेन लिखल छै, मुक्ती दैबला खिरिस्टके दुख भोग्नाइ आ तेसर दिनमे जिके उठनाइ जरुरी छै,
आ कहल्कै, “तोरासबसङे रहैतकाल हमर बोलल्हा बचन एहा चियै, अरथात मोसाके बेबस्था, अगमबक्ताके किताबसब आ भजनसङगरहके किताबमे हमर बारेमे लिखलाहा सबबातसब पुरा हैए परतै।”
‘मानबके बेटा पापी लोकसबके हाथमे परतौ, कुरूसमे लटक्याल जेतौ आ तेसर दिनमे जिबित भ्याके उठतौ’ कि तोरासबके याद नै छौ?”
उ धरम सास्तरसे परमान द्याके ओइसबके अनङके अरथ खोइलके बुझहेल्कै, “मुक्ती दैबला परभु येसु खिरिस्टके दुख भोइगके मरे परतियै आ मरके जि उठे परतियै, तब अकरे सुसमाचार हम तोरौरके सुनाइचियौ, जे मुक्तीदैबला खिरिस्ट चियै।”
परमेस्वर आ अपनासबके परभु येसु खिरिस्टके पिताके महिमा हेबे। ओकर महान दयासे हमसब लया जलम पाबनेचियै। उ लया जलम येसु खिरिस्टके पुनरुथानसे हमसब पाबनेचियै। ओहैसे अपनासबके जिबित आसा यि चियै कि,
“येसु बाहेक औरो कोइ दोसरमे उदार नै छै, कथिलेत हमरासबके उदार पाबैले स्वरगके निचा लोकसबके बिचमे औरो कोनो दोसर नाम नै देनेछै।”
मानबके बेटाके समबन्धमे जे धरमसास्तरमे लिखल छै, तहिने ओकरा जाही परतै, महज धिक्कार छै ओइ लोकके जे मानबके बेटाके पकराइतै। उ लोक जलम नै लेने रहतियै त ओकरलेल असल हेतियै।
येसु मिरतुसे जिबित भ्याके उठयै परतै, पबितर धरमसास्तरमे लिखल बचन उसब अखुनतक नै बुझने छेलै।