54 उ पबितर बिसरामके तयारीके दिन छेलै तब उ दिन सुरु हैले लागल छेलै।
दोसर बिहान, अरथात बिसरामके दिन, मुख पुजारीसब आ फरिसीसब सङे पिलातस ओते ज्याके ओकरा कहल्कै,
उ दिन बिसराम दिनके तयारीके दिन छेलै। तैल्याके बिसरामके दिनमे (दोसर दिन बिसराम दिनके बिसेस दिन छेलै) लहास कुरूसमे नै रहे कैहके यहुदी अगुवासब पिलातसलग गेलै आ कुरूसमे लटकाल लोकसबके टाङ तोइरके उसबके लहास निचा उतारैके लेल बिन्ती करल्कै।
यि घटना पबितर बिसराम दिनके एक दिन पहिने भेलरहै, जै दिन बिसराम दिनके तैयारी करल जाइछेलै। तब साँझ परे लागल छेलै,
यहुदीसबके तैयारीके दिन भेलाके कारन आ चिहान लगमे भेलासे उसब येसुके लहास ओहैमे राखल्कै।
तै बखत निस्तार पाबैनके तैयारीके दिन छेलै आ लगभग दुपहर भेल छेलै। नियाइ आसनमे बैठल पिलातस यहुदीसबके कहल्कै, “देख, तोरासबके रजा!”
अनुमति पाबलाके बाद उ लहासके कुरूससे निचा झाइरके छनगर कफनसे लपेटल्कै आ चटानमे खाइध खुइनके बनाएल सरामे राखल्कै। ओइ सरामे पहिने ककरो नै राखने छेलै।