11 हेरोद आपन सेनासबसङे येसुके गिल्ला करैत ओकरा अपमान करल्कै। तकरबाद ओकरा रजासब जेहेन बस्तर लगाइछै तैहनङे बस्तर पिन्हाके पिलातसलग घुम्याके पठादेल्कै।
तकरबाद येसु काँटके मुकुट आ बैजनी रङके बस्तर पिन्हके बाहर एलै, तब पिलातस कहल्कै, “ले देख, उ लोक यह्या चियौ!”
येसु जबाफ देल्कै, “साँच्चो के, पहिने एलिया एतौ आ सब चिजके पहिनेके नहाइत बनाइतै। महज मानब बेटाके बहुत दुख कटनाइ आ दोसरसे बहिस्कार हेबेपरतै से कथिले पबितर धरमसास्तरमे लिखल छै?
ओइ बखत गालिल परदेसके सासक हेरोद येसुके करल असल कामसबके चरचा सुनल्कै।
कथिलेत पैहनिए हेरोद आपन भाइ फिलिपके घरबाली हेरोदियासके रखलाके खातिर, युहन्नाके पकैरके जहलमे ढोइकदेने रहै।
महज जब हेरोदके जलम दिन एलै तब हेरोदियासके बेटी ओकर मेजमानसबके अगारी नाइचके हेरोदके एकदम खुस करल्कै।
मुल पुजारीसब आ धरमगुरुसब ठडा भ्याके येसुके बिरोधमे जोरसे दोस लगाबे लाग्लै।
तोरौरके सम्मेलनमे असल-असल बस्तर आ सोनाके औंठी लगाइबला धनिक लोक एतौ आ दोसर फाटल-चिटल कुरता, धोती पिन्हने लेरहल-घोरहल लोक सोहो एतौ त,
तै बखत तोरौरके असल-असल पिन्हैबला धनिक लोकके आदर करैत बिसेस धियान दैत कहबिही, “आबु, आबु, स्वागत अइछ, अहाँ अत निक ठाममे बैठु” महज ओतै गरिबके “ओतै ठार भेलरह या अतै भुइयाँमे हमर टाङलग बैठ” कैहके कहबिही त,