36 उसब फेनो नै मरैछै, कथिलेत उसब स्वरगदुतसब सरह हैछै। उसब मरनके बाद फेनो जिलासे परमेस्वरके धियापुतासब हैछै।
परमेस्वर ओकरासबके आँखके पुरे लोर पोइछदेतै। ओते मिरतु, सोक, बिलाप आ दुख नै हेतै। कथिलेत पुरन्का सब बात बित गेलछै।”
उ आपन सक्तीसे सब चिजके आपन अधिनमे लाबेसकैछै। ओकर यि सक्तीसे अपनासबके यि मैर जाइबला देहके ओकर आपन महिमाके देह जखा हैले परिबरतन कैरदेतै।
अन्तिम दिनमे जब मरल लोकसब जि के उठतै त उसब बियाह नै करतै आ नै बियाह करादेतै, महज उसब स्वरगके स्वरगदुतसब जखा हेतै।
उसब धैनके आ पबितर चियै, जेसब पहिन्का पुनरुथानमे जिबित भ्याके उठलै। ओइसबके दोसर मिरतुके सक्ती किछो करैले नै सक्तै महज उसब परमेस्वर आ खिरिस्टके पुजारी भ्याके खिरिस्टसङे एक हजार बरिसतक राज करतै।
मरल लोकसब जीके उठतै त तहिनङ हेतै। जे देह बिनासमे गारैछै, उ नास नै हैबला देह ल्याके जिबित हैछै।
महज उ हमरा कहल्कै, “हमरा आराधना नै कर। हम त तोहर आ अगमबानी बोलैबला तोहर भाइ-भैया आ यि किताबके बचन पालन करैबलासब जखा परमेस्वरके सेबक मातरे चियै। परमेस्वरके मातरे आराधना कर!”
तैमे सबसे पछा नास हैबला दुस्मन त मिरतु चियै।
कथिलेत, जब उसब जिके उठतै, नै उसब बियाह करेतै, नै उसबके बियाह हेतै, महज उसब त स्वरगके स्वरगदुतसब जखा हेतै।
जहिनङे हमसब अखुन माटीसे बनल लोकके रुपमे धारन करनेचियै, तहिनङे एक दिन हमसब स्वरगके लोकके रुपमे धारन करबै।
हमसब परमेस्वरके बेटा-बेटी चियै कैहके पबितर आत्मा स्वयम आपनेसे अपनासबके आत्माके गबाही दैछै।