36 आसेरके खन्दानमे फनुएलके बेटी हन्ना नामके एकटा बुढिया अगमबादिनी छेलै, जे बियाह कैरके साते बरिसमे बिधुवा भेलरहै।
ओकरा चारटा कुमाइरे बेटिसब छेलै। उसब अगमबानी बोलै छेलै।
हे हमर पिरिय भाइ-भैयासब आब हम पबितर आत्माके बरदानके बारेमे तोरासबके बताइले चाहैचियौ। तुसब अकर बारेमे अन्जान नै रह कैहके हमर इक्छाछै।
हँ, तै दिनमे हम आपन आत्मा नोकर-नोकरनीसब उपर परसस्त कैरके बरसेबै आ उसब अगमबानी बोल्तै।
आसेरके कुलसे बारह हजार, नप्तालीके कुलसे बारह हजार, मनस्सेके कुलसे बारह हजार,
अहैसे बहुतो हिरदयके बिचारसब निकल्तौ। तब तरबारसे तोहर आपनो हिरदयमे आरपार हेतौ।”
तहै बखत ओहो मरियम आ योसेफके लग आइबके परमेस्वरके बढाइ करल्कै आ बालक येसुके बारेमे यरुसलेमके छुटकाराके लेल रस्ता देखैबला सबके सुनेल्कै।
महज आपन सिर नै झाइपके परथना करैबला या अगमबानी बोलैबली जनि आपन सिरके अपमान करैछै। यि त ओकर केस कमेनाइ जखा चियै।
तै खातिर मन्डलीके एकटा अगुवा हैकेलेल यि जरुरी छै जे उ दोस बिनाके हैकेचाही, ओकरा एकेटा घरबाली हैकेचाही, उ धिरजी, सम्झदार, भलादमी, मेजमानसबके मान-दान आ लोकसबके असलसे सिखाइबला हैकेचाही।
साइठ बरिस पुगल आ घरबला परती बिस्बास योग्य रहल घरबालीके मातरे मन्डलीसे सहायता पाबैबलाके सुचिमे नाम लिख।