27 आब हमरा ओइसबके उपर राज करैत नै देखे सकैबला बिरोधीसबके हमरलग आन आ हमरे अगामे मार!’”
महज देसके परजासबके ओकर बात निक नै लाग्लै, तै खातिर उसब ओकर पछा-पछा दुतसबके पठाइल्कै आ कहल्कै, ‘यि लोक हमरासब उपर राज करे से हमसब नै चाहैचियै।’
परमेस्वर ओकर सतरुसबके ओकर टाङ तर नै करैतलिक उ असियाल रहतै।
ओहिसे रजा एकदमसे खिस्याके आपन सैनिकसबके पठेल्कै आ जानसे नोकरसबके मारैबलासबके मारैले लगेल्कै आ ओइसबके सहर डहाइले लगेल्कै।
कथिलेत उ दिन सजायके दिन हेतै जे पबितर धरमसास्तरमे लिखल सब बातसब पुरा हेतौ।
उ आइबके सब बटिदारसबके माइरदेतै आ अङगुर खेत औरो लोकसबके द्यादेतौ।” लोकसब यि बात सुइनके कहल्कै, “एहेन कहियो नै हेबे!”
दुस्मनसब ओइसबके तरबारसे काइटके मारतौ। ओकरा बन्दी बनाके देस-देसमे ल्याजेतौ। तब आन जातसे समय पुरा नै छै तक उसब यरुसलेमके टाङके तरमे दाइबके राख्तौ।”