29 महज जै दिन लोत सदोमके छोरल्कै तहै दिन स्वरगसे आइग आ बजर बरैसके सब लोकसबके नास कैरदेल्कै।
ओकरासबके लहास बरका सहरके रस्तामे परल रहतै, जते ओकरासबके परभुके सेहो कुरूसमे टाइङके मारने रहै, जै सहरके उदाहरनके रुपमे “सदोम” आ “मिसरदेस” के कहैछै।
तहिनङे सदोम, गमोरा आ ओकर कातकरौतके सहरके लोकसब एक एक कैरके दोसर घिनौना बेबिचारके काम करे लाग्लै। उसब आइगमे नास भ्याके कहियो नै बुताइबला आइगके दन्ड पाबैबलासबके लेल उदाहरन बन्लै।
परमेस्वर सदोम आ गमोरा सहरके भस्म कैरके ओकर नामो निसान मेट्यादेल्कै। परमेस्वरके नै मानैबलासबके दुरदसा कनङ हैछै कैहके यि एकटा उदाहरन भेलै।
अहिनङे लोतोके बखतमे भेलरहै, लोकसब खाइछेलै, पियैछेलै, कोइ हाट बजारमे सर-समान किनबेच करैछेलै, कोइ खेत-बारी रोपै छेलै आ कोइ घर बानाइछेलै,
मानबके बेटा परगट हैबला दिनमे ऐहनङे हेतौ।
तकरा परमेस्वरके करोधके बाटीमे बिना मिलाबटके तयार करल परमेस्वरके करोधके करा दाखमध पियैले परतै। उसब पबितर स्वरगदुतसब आ थुमाके अगा आइग आ गन्धकमे कस्ट भोग्तै।
महज उ जानबर आ ओकर अगा अचमके चेन्हा देखाइबला झुठा अगमबक्ता दुनु पकराउमे परलै। एहैन अचमके कामसे झुठा अगमबक्ता ओइ जानबरके छाप लगाइबला आ मुरती पुजा करैबलासबके बहकाइने छेलै। दुनुके जिबिते आइगके धिधरामे फेक देल्कै।