22 “एक दिन उ गरिब लोक मरगेलै आ ओकरा स्वरगदुतसब लज्याके अबराहमके लगमे राखल्कै, तब ओहो धनिक लोक मरलै आ गारलगेलै।
हमसब पापके लेल मैरके धारमिकताके लेल जियैले सकि कैहके खिरिस्ट अपनासबके पापसबके खातिर आपन देहमे पाप बोइकके कुरूसमे मरलै। ओकर चोटसबसे तुसब निक भेलचिही।
तब स्वरगसे हम एकटा एहेन अबाज सुनलियै, “यि बात लिख: आबसे परभुके सेबा करैत-करैत मरैबला लोक धन्यके चियै।” पबितर आत्मा अनङ जबाफ देल्कै, “साँचेके! उसब आपन आपन मेहनतसे आराम पाबतै, कथिलेत उसब आपन करल काम अनुसार इनाम पाबतै।”
जब टहटह रौद लागैछै तब फुलाके गाछ मुरझा जाइछै। एहैन लोभ लागैबला फुल त झैरजाइछै आ ओकर सोभा हर्याजाइछै। ओहिनङ कैरके कामकाजमे दौर धुप कैरते कैरते धनिक लोकसबके जिबन बित जाइछै।
ओकर चेलासबमेसे एक गोरे, जकरा येसु परेम करैछेलै, उ ओकरे कातमे ओङैठके बैठल छेलै।
कथिलेत सरा सन्सार हथियाके आपनेके नास करतै त ओकरा कथी फैदा हेतै?
स्वरगदुतसब त परमेस्वरके सेबा करैबला आत्मासब चियै। परमेस्वर ओकरासबके मुक्ती पाबैबला लोकसबके सहायता करैके लेल पठाइनेछै।
तुरहीके अबाजसङे उ आपन स्वरगदुतसबके पठेतै आ अकास आ पिरथिबीके चारु दिसरसे उ आपन छानल लोकसबके जमा करतै।
“होसियार रह, यि छोट बच्चासबमेसे ककरो तुसब निच नै समझ। कथिलेत हम तोरासबके कहैचियौ, उसबके देखभाल करैबला स्वरगदुतसब स्वरगमे रहैबला हमर पिताके अगामे रहैछै।
कथिलेत उ बेटा-बेटीसब लहु आ मासुके देह भेलासे येसु सेहो ओकरेसब जखा भ्याके एलै। उ आपनेसे मिरतु भोइगके मिरतुके सक्ती भेल सैतानके नास करल्कै।
पतरुस पछा दिसन घुइमके ताकल्कै त येसु जकरा परेम करैछेलै से चेलाके पछा पछा आबैत देखल्कै। (उ उहे चेला छेलै जे राइतके खाइ बखत येसुके छातिमे ओङहैठके, “परभु अहाँके पकराबैबला के चियै” कैहके पुछने छेलै।)
महज परमेस्वर ओइ धनिक लोकके कहल्कै, ‘हे मुरुख लोक, आइए रातमे तोहर देहसे तोहर परान तोरा छोइरके चैलजेतौ, अतहेक चिजसब तु अपनलेल जे जमा करनेचिही, बिहान यीसब ककर हेतौ?’”
हम तोरासबके कहैचियौ, बहुतो लोकसब पुरब आ पछिमसे एतौ आ अबराहम, इसहाक आ याकुबसङे स्वरगके राजमे भोजन खाइले बैठतै।
उ ओइ धनिक लोकके खाइबला टेबुलसे झरल एंठ-कुंठ ख्याके आपन पेट भरैले इक्छा करै। कुतोसब आइबके ओकर देहके घाँहसब चाइट दैइ।
परमेस्वरके कोइ नै कहियो देखनेछै। महज पिताके लगमे रहैबला ओकर एकलौता बेटा ओकरा हमरासबलग परगट करने छै।