28 ओइ बखत तोरासबके पुरखा अबराहम, इसहाक, याकुब आ सब अगमबक्तासबके परमेस्वरके राजमे देखबिही महज तुसब आपनके बाहर फेकल जेबिही तब तुसब कानबिही आ दाँत किटकिटाइबिही।
यि बेकम्मा नोकरके बाहर अन्हारमे फेक दहै, जते लोक कानैछै आ दाँत किटकिटाबैछै।’”
तब रजा आपन नोकरसबके आदेस करल्कै, ‘ले, ओकर हाथ-टाङ बान्हके बाहरके अन्हारमे फेकदहै, जते उ कान्तै आ दात किटकिटाइतै।’”
महज डरपोकसब, बिस्बास नै करैबलासब, घिनलागैबला काम करैबलासब, हतियारासब, बेबिचारीसब, जादु-टोना करैबलासब, मुरती पुजा करैबलासब आ झुठ बोलैबलासबके ठाम त आइग आ गन्धक बरैबला भठिमे हेतै। यि दोसर मिरतु चियै।”
परमेस्वरके धारमिक इन्साफके परमान यह्या चियै कि तुसब परमेस्वरके राजमे जाइके योग्य बन। तुसब ओहै राजके खातिर दुख सहैचिही।
महज कुतासब जखा खराब लोकसब, जादु-टोना करैबलासब, बेबिचारीसब, हतियारासब, मुरती पुजा करैबलासब, झुठ मन पराइबला आ तै अनुसार जिबन बिताइबलासब सहरसे बाहरे रहतै।
तब अपनासबके परभु आ मुक्ती दैबला येसु खिरिस्टके अनन्त राजमे तोरासबके धुम-धामसे स्वागत हेतौ।
जब उ धनिक लोक नरकमे बहुत दुख काटैछेलै तब उ उपर दिसन नजर पसाइरके ताकल्कै त दुर अबराहमसङे लाजरसके बैठल देखल्कै।
येसुसङे खाइले बैठलहा लोकसबमे से एक गोरे यि बात सुइनके ओकरा कहल्कै, “उ लोक धैनके है, जे परमेस्वरके राजमे भोजन पाबतै।”
तब हे कफरनहुमके बासिसब, तुसब स्वरगतक ज्याके आदर सम्मान देबही से सोचैचिही? नै, तुसब त नरकमे खसबिही।
तब मालिक ओकरा कठोर दन्ड देतै आ ओकरा कपटीसबके बिचमे फेक देतै, जते लोकसब कानैत रहैछै आ दात किटकिटाइत रहैछै।”
आ आइगके धिधरामे झोइक देतौ। ओते उसब कान्तै-खिजतै आ दाँत किट-किटेतै।”
आ ओइसबके आइगके धिधरामे फेकदेतै। ओते लोकसब कान्तै आ दाँत किट-किटेतै।