36 तुसब ओइ नोकरसब जखा हो। मालिक बियाह भोजसे आइबके केबार ढकढकाइते मातर खोइल दैछै।
देख, हम केबारके देहरीमे ठार भ्याके ढकढकाइबौ। कोइ हमर सोर सुनके केबार खोइलदेतै त, हम ओकर कते भितर एबै आ ओकरसङे भोजन खेबै आ उ हमरसङे भोजन खेतै।
तुसब आपन डाँर सकत कर आ डिबिया बैरते रहेदहै।
उ नोकरसब धैनके चियै, जब मालिक घर आबैछै त उसबके जागल देखैछै। साच्चे हम तोरासबके कहिचियौ, उ आपन डाँर कैसके ओकरासबके खियाइले बैठेतै आ आइबके सेबा करतै।
हमसब आनन्द मना आ खुसी हो! ओकर जयजयकार कर! कथिलेत थुमाके बियाहके दिन चैलएल छै आ ओकर कनिया आपनेके तैयार करने छै!