35 तकर बिहान दुटा चानीके टका द्याके जाइबखतमे धरमसलाके मालिकके कहल्कै, ‘अकरा निकसे देखभाल करिहे औरो खरचा लागतौ त हम फेनो एबौ तब द्या देबौ।’”
महज तुसब भोज करबिही त गरिब, लुल्हा-नेङरा आ अन्हरासबके बोला।
हमरा आ पुरे मन्डलीके आपन घरमे स्वागत करैबला गायस सेहो तोरासबके गोरलगी कहनेछौ। यि सहरके कोसाध्यक्छ इरास्तस आ अपनासबके भाइ क्वारटस सेहो तोरासबके गोरलगी पठाइनेछौ।
तब ओइ जनसबके एक दिनके बैन चानीके एक टका तोइकके आपन अङगुरके बारीमे काम करैले पठेल्कै।
“तब उ नोकर रजालगसे गेलै आ आपनसङे काम करैबला सङी नोकरके भेटलै। जे एकसय चानीके डलर ओकरसे करजा लेने रहै। उ ओकर घेंच पकैरके कहल्कै, ‘तु हमरसे जतहेक करजा लेने चिही अखुन्ते तिर!’
आ उ ओकरलग गेलै। उ ओकर घाँहमे तेल आ अङगुरके मध लग्याके पट्टी बाइन्हदेल्कै। तकरबाद उ घायल लोकके आपने गदहामे चरहाके एकटा धरमसलामे ल्यागेलै आ रातभैर सेबासुसार करल्कै।
यि खिसा सुनेलाके बाद येसु पुछल्कै, “यि तिन गोरेमे से डाकुके हाथमे परल लोकके परोसियाके भेलै त?”