10 धुप बारै बखत लोकसबके भिर बाहरमे परथना कैर रहल छेलै।
सोनाके धुपदानी बोक्ने दोसर एकटा स्वरगदुत आइबके बेदीके कातमे ठार भेलै। सिंहासनके अगा भेल सोनाके बेदीमे परमेस्वरके जनसबके परथनासङे चरहाबैके लेल ओकरा बहुत गमकैबला धुप देल्कै।
खिरिस्ट त लोकसबके हाथसे बनल पबितर ठाममे नै ढुकलै, जे सत पबितर ठामके नमुना मातरे चियै, महज उ स्वरग भितर ढुकलै आ अखुन अपनासबके लेल परमेस्वरके अगा ठारभेल छै।
स्वरगमे गेल परमेस्वरके बेटा येसु अपनासबके महान परधान पुजारी भेलाके कारन अपनासब ओकरमे करल बिस्बासमे असथिर भ्याके रह।