54 जे हमर देह खेतै आ लहु पितै ओकरसङे अनन्त जिबन रहतै आ अन्तके दिनमे हम ओकरा जियाइबै।
हमर पहिन्का स्वभाब खिरिस्टेसङे कुरूसमे मरल छै। आबसे हम नै महज खिरिस्ट हमरमे जियैछै। जे जिबन अखन हम सरिरमे जियैचियै से परमेस्वरके बेटामे बिस्बास कैरके जियैचियै कथिलेत उ हमरा परेम करल्कै आ हमर खातिर उ बलिदान भेलै।
“साँचोके हम तोरासबके कहैचियौ, जे बिस्बास करैछै, ओकरसङे अनन्त जिबन छै।
जिबन दैबला त परमेस्वरके आत्मा चियै। देहके कोनो महत्व नै छै। जे बचन हम तोरासबके देनेचियौ, उ परमेस्वरके आत्मासे एलचियै आ तोरासबके जिबन देतौ।
नास हैबला भोजनके खातिर मेहनत नै कर महज अनन्त जिबन तक रहैबला भोजनके लेल मेहनत कर, जे मानबके बेटा तोरासबके देतौ। कथिलेत परमेस्वर पिता ओकर उपर आपन छाप लगादेनेछै।”
महज हमर देल पानी पियैबला फेनो कहियो नै पियासल रहतै, कथिलेत हमर देल पानी ओकर भितरसे निकलैबला पानीके मुल हेतै आ ओकरा अनन्त जिबन देतै।”
कथिलेत हमर देह साँचोके खाइबला आ हमर लहु साँचोके पियैबला चिज चियै।