13 स्वरगसे उतैरके एल हम मानबके बेटा बाहेक कोइ नै स्वरगमे चरहल छै।
हमर आपन इक्छा नै महज हमरा पठाइबलाके इक्छा पुरा करैले हम स्वरगसे एलचियै।
दाउद त स्वरगमे नै चढ़लै, महज उ आपने कहैछै, परमपरभु हमर परभुके कहल्कै, तु हमर देहना हाथ कात बैठ,
परमेस्वरके कोइ नै कहियो देखनेछै। महज पिताके लगमे रहैबला ओकर एकलौता बेटा ओकरा हमरासबलग परगट करने छै।
पहिल्का लोक आदम पिरथिबीके माटीसे बन्याल छेलै, महज दोसर लोक खिरिस्ट स्वरगसे एलै।
येसु जानैछेलै कि पिता हमर हाथमे सबचिज देनेछै आ हम परमेस्वरसे एलचियै आ परमेस्वर लग ज्यारहल चियै।
महज बिस्बास दुवारा परमेस्वरके अगा धरमी ठहरैबलाके बारेमे पबितर धरमसास्तर एहेन कहैछै, “मन-मने एहैन नै कह, खिरिस्टके अपनासब लग निचा लाबैले उपर स्वरग के जेतै?”
जब तुसब मानबके बेटाके जतेसे एलछेलै ओतै जाइत देखबिही त तुसब कथी करबही?
जे उपरसे एलछै उ सबसे महान छै। सन्सारमे जलमल लोक सन्सारके हैछै आ सन्सारेके बात करैछै। महज जे स्वरगसे आबैछै उ सबसे महान छै।
परमेस्वर पिताके कोइ नै देख्ने छै। जे पितासे एलछै, उ मातरे पिताके देख्ने छै।
उसब कहल्कै, “कि यि लोक योसेफके बेटा, येसु नै चियै? कि हमसब अकर माँ-बाबुके नै चिन्हैचियै? तब अखैन यि लोक कनङके, ‘हम स्वरगसे उतैरके एलचियौ’ कहैछै त?”
हे पिता, सन्सार सिरिस्टी हैसे पहिने अहाँसङे हमर जे महिमा छेलै, ओह्या महिमासे आब अहाँके अगा हमरा महिमीत करु।
येसु ओकरासबके कहल्कै, “यदी परमेस्वर तोरासबके पिता रहतियौ त, तुसब हमरा मया करने रहतिही, कथिलेकी हम परमेस्वर लगसे एलचियै आ अखन हम अते चियै। हम आपन इक्छासे नै एलचियै, महज उ हमरा पठेने छै।
स्वरगसे एल जिबित रोटी त हम्ही चियै। जे कोइ यि रोटी खेतै, से कोइ सबदिन जिबित रहतै। सन्सारके लोकसबके जिबनके लेल जे रोटी हम दैचियै, उ हमर देह चियै।”
कथिलेत परमेस्वरके रोटी ओह्या चियै, जे स्वरगसे आइबके सन्सारके जिबन दैछै।”
तैल्याके तोरासबके आपनो आ आपन पुरे जेरके रेखदेख करैतरह। पबितर आत्मा तोरासबके ओइसबके चरबाहा बनाइनेछौ कि तोरासबके परमेस्वरके मन्डलीके रेखदेख कर, जकरा परमेस्वर आपन बेटाके लहुसे किन्नेछै।
हम तोरासबके आग्या करल सब बात मानैले ओकरासबके सिखा। देख, हम युगके अन्ततक सबदिन तोरासबके सङे चियौ।”
मन्डली खिरिस्टके देह चियै, एह्या देह सब बातसे भरल ओकर पुरा रुप चियै।
तब येसु ओकरा कहल्कै, “देख, नरहियाके सोहैन छै आ चिरै-चुरगुनसबके खोता छै महज मानबके बेटाके त मुर राखैके ठामोतक नै छै।”
हम अहै सन्सारके बात कहैचियौ त तुसब बिस्बासे नै करैचिही, यदी हम स्वरगके बात कहबौ त तुसब औरो कनङके बिस्बास करे सकबिही?