14 तै बखत निस्तार पाबैनके तैयारीके दिन छेलै आ लगभग दुपहर भेल छेलै। नियाइ आसनमे बैठल पिलातस यहुदीसबके कहल्कै, “देख, तोरासबके रजा!”
दोसर बिहान, अरथात बिसरामके दिन, मुख पुजारीसब आ फरिसीसब सङे पिलातस ओते ज्याके ओकरा कहल्कै,
तकरबाद येसु काँटके मुकुट आ बैजनी रङके बस्तर पिन्हके बाहर एलै, तब पिलातस कहल्कै, “ले देख, उ लोक यह्या चियौ!”
यहुदीसबके तैयारीके दिन भेलाके कारन आ चिहान लगमे भेलासे उसब येसुके लहास ओहैमे राखल्कै।
जखुन येसुके कुरूसमे लटकाइछेलै तखैन बिहानके न बाजलछेलै।
तब ओकरलग आइबके “यहुदीसबके रजा, गोर लागैची!” कहैत ओकरा थपराइले लाग्लै।
उ पबितर बिसरामके तयारीके दिन छेलै तब उ दिन सुरु हैले लागल छेलै।
यि घटना पबितर बिसराम दिनके एक दिन पहिने भेलरहै, जै दिन बिसराम दिनके तैयारी करल जाइछेलै। तब साँझ परे लागल छेलै,
दिनके बारह बजेसे तिन बजे तक पुरे देस अन्हारे रहलै।
तै बखत ठिक-ठिक्या दिन बार बजेके समय छेलै, महज तिन बजे तक देस भैरमे अन्हारे रहलै।