11 हमर आनन्द तोरासबमे रहे आ तोरासबके आनन्द पुरा हेबे कैहके हम यि बातसब तोरासबके कहलियौ।
तुसब आसा दैबला परमेस्वरमे बिस्बास करनेचिही। ओह्या तोरासबके आनन्द आ सान्तीसे भैरदेबे। तहिनङे पबितर आत्माके सक्तिसे तोरासबके आसा बैढते जाय।
“महज आब हम अहाँ लग आइबरहल चियै। हमर आनन्द ओइसबमे पुरा हेबे कैहके हम सन्सारमे रैहते यि बात कहैचियै।
अखुनोतक तुसब हमर नाममे कुछो नै माङनेचिही। माङ त तुसब पाबबिही आ तहैसे तोरासबके आनन्द पुरा हेतौ।
अपनासबमे भरपुर आनन्द रहे कैहके हमसब यि बात लिखरहल चियौ।
तुसब ओकरा नै देख्नेचिही तैयो परेम करैचिही। अखैन तुसब नै देखैचिही तैयो ओकरमे बिस्बास करैचिही आ बखाने नै करेसकैबला गौरबमय आनन्दमे तुसब खुसी चिही।
हमरा तोरासबके लेल लिखैबला बात त बहुतो छै, महज हम कागत आ मैससे लिखैले नै चाहैचियै। बरु तोरासबलग ज्याके आमने-सामने भ्याके बतियाबैके आसा करनेचियै, ताकी अपनासबके आनन्द पुरा भ्यासके।
“हम तोरासबके यि बात अहै खातिर कहनेचियौ, कि हमरमे रैहके तोरासबके सान्ती हेबे। सन्सारमे तोरासबके सङकट हेतौ, महज साहस कर, हम सन्सारके जितलेने चियै।”
हमसब तोरासबके बिस्बासमे अधिकार जमाइले नै चाहैचियौ, बरु तोरासबके खुसिके लेल तोरेसबसे मिलके काम करैले चाहैचियौ। कथिलेकी तुसब आपन बिस्बासमे अस्थिर चिही।
सबदिन आनन्दित रह।
महज अपनासबके खुसी हेबैये परतै, कथिलेत तोहर यि भाइ मरल जखा छेलौ, जियल छौ, हर्याल छेलौ, भेटलौ।’”
हरेल्हा टका भेटलाके बाद उ आपन सङिसबके आ परोसियासबके बोलाके कहैछै, ‘हमरसङे खुसी मना, कथिलेत हमर हरेल्हा टका भेटलै।’
हम एकदम निसचिन्त चियै कि तोरासबके बिस्बास आ आनन्द औरो बरहाबैके लेल हम बाच्बै आ तोरासबसङे रहबै,
अङगुरके मधसे नै मात कथिलेत ओइसे जिबन नास हैछै, महज पबितर आत्मासे भरपुर रह।
जकरसङे कनिया छै वह्या बर चियै। बरसङे ठार हैबला बरेके अबाज सुइनके बहौत खुसी हैछै। अहैलेल हमर यि खुसी आब पुरा भेलछै।
हरेल्हा भेंरा भेटलाके बाद खुसीसे ओकरा आपन कन्हामे राखइके लेजाइछै,
आ सबसे बरका मोटगर खसी काट, अपनासब भोज खेबै आ खुसी मनाइबै।