2 तोरासबके धन-सम्पैतमे घुन लाइग गेलछौ। बस्तरके दिबार खाइने छौ।
तुसब आपन धन बेचके गरिबसबके दहै। आपन खातिर कहियो नै फाटैबला बटुवा तैयार कर। तहिनङे कहियो नास नै हैबला धन स्वरगमे जमा कर। जते चोर नै एतौ आ नै किरो लागतौ।
स्वरगमे तोरासबके खातिर सैतके राखल उतराधिकार कहियो नास नै हैबला, नै सरैबला आ नै मुरझाइबला जखाछै।
तोरौरके सम्मेलनमे असल-असल बस्तर आ सोनाके औंठी लगाइबला धनिक लोक एतौ आ दोसर फाटल-चिटल कुरता, धोती पिन्हने लेरहल-घोरहल लोक सोहो एतौ त,