5 तहिनङे मुह देहके एकटा छोट अङ चियै, महज बरका-बरका बातमे घमन्ड करैछै। छोटसे छोट आइगके लुतीसे बरकासे बरका जङगलमे आइग लगादैछै।
एहेन लोकसब सन्तोखिया नै हैछै, हरदम दोसरके गल्ती निकालैछै आ अपना सेहो नै निक इक्छासबमे चलैछै, अपनेके बरका सम्झैछै आ आपन काम बनाइले दोसरके चापलुसी करैछै।
उसब घमन्डी आ मुरुख बात करैछै आ देहके लालसा देखाके भरखर खराब रस्तासे बाहर एलहा लया बिस्बासीसबके फसाबैछै।
तैहनङ कैरके बरका पानी जहादो तेज बहैबला हबासे चलैछै। तैयो जहाज चलाइबला ओकरा छोट पतबारसे जने भरा मन हैछै तने भरा घुम्याके लजाइले सकैछै।