17 महज स्वरगसे आबैबला बुइध त सबसे पहिने असल हैछै, तकरबाद उ सान्ती दैबला, नम्र, बिचारसिल आ दयासे भरल रहैछै आ असल कामसे परकट हैछै। अइमे पक्छपात करैबला बात आ छलकपट करैबला बात नै रहैछै।
हम तोरा परमेस्वर, खिरिस्ट येसु आ चुनलगेल स्वरगदुतके अगा करा आग्या द्याके यि कहैचियौ कि भेदभाव बिना यि नियमसब पालन कर। पक्छपात कैरके कोनो काम नै कर।
अन्तमे, भाइ-भैयासब, जे बात सत छै, जे बात असल छै, जे बात नियाय संगत छै, जे बात पबितर छै, जे बात परेम योग्य छै, जे बात किरपाके योग्य छै, अरथात जे आदरके योग्य छै आ परसन्साके योग्य छै तैमे मन लगा।
तब बचन लोक बैनके अपनासबके बिचमे बास करल्कै आ अपनासब ओकर महिमा देखलियै, जे महिमा परमेस्वरसे आबैबला एक मातरे बेटामे छेलै। उ आपनौरके पुरा रुपसे अनुगरह करैछै आ सत बात मातरे बोलैछै।