महज स्वरगसे आबैबला बुइध त सबसे पहिने असल हैछै, तकरबाद उ सान्ती दैबला, नम्र, बिचारसिल आ दयासे भरल रहैछै आ असल कामसे परकट हैछै। अइमे पक्छपात करैबला बात आ छलकपट करैबला बात नै रहैछै।
जै लोकमे परमेस्वरके आत्मा नै छै, उ लोक परमेस्वरके आत्माके बातसबके गरहन नै करैछै। कथिलेत एहैन बातसब ओकरलेल मुरुख बात हैछै। एहैन बात त परमेस्वरके आत्मासे मातरे बुझैले सकैछै।
तोरासबके पिता त सैतान चियौ आ तुसब आपन पिताके इक्छा पुरा करैले चाहैचिही। उ त सुरुवेसे हतियारा छौ, सत चिजसे ओकरा कोनो मतलब नै छै, कथिलेत ओकरमे कोनो सत नै छै। जब उ झुठ बोलैछै, उ आपन स्वभाब अनुसार बोलैछै, कथिलेकी उ झुठ चियै आ उ झुठके पिता चियै।