3 यदि परमेस्वर अनुमती देतै त, यि सुरुके बातसबसे अपनासब अगा दिसन बरहैले सक्बै।
अइ बेर हम तोरासबसे एक छिन भेटघाट कैरके जाइले नै चाहैचियौ। यदि परभुके इक्छा हेतै त, कुछ समय तोरासबसङे बिताबैके आसा राखने चियै।
ओइसबसे बिदा लैत पावल कहल्कै, “यदी परमेस्वरके इक्छा हेतै त हम फेनो अहाँ सब लग एबै।” तकरबाद उ एफिसससे पानी जहाद चहैरके चैलगेलै।
महज परभुके इक्छा हेतै त, हम तोरासबलग जल्दीए एबौ। उ घमन्डी लोकसबके बात मातरे नै महज उसबके सक्ती केहैन छै से पता लगाइबै।
तोरौरके त अनङ कहैके चाही, “यदि परमेस्वरके इक्छा हेतै त हमसब जिबित रहब आ एहेन-ओहेन करब।”
यदि परमेस्वरके इक्छा हेतै त हम खुसीसे तोरासबलग एबौ आ तोरासबसङे संगती कैरके आनन्द मनाइबौ।
कथिलेत उसब, जे एकबेर परमेस्वरके इजोत पाबनेछै, स्वरगके बरदानके सबाद पाबनेछै आ पबितर आत्मामे सहभागी भेलछै,