7 तहैलेल पबितर आत्मा कहैछै, “यदी आइके तुसब परमेस्वरके आबाज सुनबिही त,
पबितर धरमसास्तरमे एहैन कहलगेलछै, “आजु तुसब ओकर अबाज सुनबिही त, तोरासबके पुरखासब परमेस्वरके बिरोध कैरके कठोर बनल जखा तुसब कठोर नै बन।”
देख, हम केबारके देहरीमे ठार भ्याके ढकढकाइबौ। कोइ हमर सोर सुनके केबार खोइलदेतै त, हम ओकर कते भितर एबै आ ओकरसङे भोजन खेबै आ उ हमरसङे भोजन खेतै।
अहैलेल परमेस्वर ओकर बिसराम दैबला ठाममे जाइके लेल तोकल बिसेस दिनके “आइ” कहल्कै। उ पहिने बोलल बात बहुत सयमके बाद रजा दाउदके बोलैले लगाइल्कै, “यदि तुसब आइ परमेस्वरके अबाज सुनबिही त, तुसब आपन हिरदय कठोर नै बना।”
हमर भेंरासब हमर बोली सुनैछै। हम ओइसबके चिन्हैचियै आ उसब हमर पछा-पछा आबैछै।
जबतक “आजुके दिन” कहैबला समयछै, तबतक एक दोसरके उत्साह दहै। ओहेन करबिही त, तुसब पापमे नै परबिही आ तोरासबके हिरदय परमेस्वरके इन्कार नै करतौ।
पतरुस यि बात बाजतेछेलै कि तखुन्ते एकटा चम्कौवा बादल एलै आ छाहसे ओइसबके झाइपदेल्कै। तकरबाद ओइ बादलसे एकटा एहेन अबाज एलै, “यि हमर दुलरुवा बेटा चियै, अकरसे हम बहौत खुसी चियै, अकर बात धियानसे सुन।”
ओकरलेल घर रखबारी करैबला केबार खोइलदैछै आ भेंरासब ओकर बोली चिन्हैछै। उ आपन भेंरासबके नाम ल्याके ल्याके बोलाइछै आ ओकरासबके बाहर निकालैछै।
हम तोरासबके साँचोके कहैचियौ, उ समय आइबरहल छौ आ आइबगेल छौ, जब मरलहा लोकसब परमेस्वरके बेटाके अबाज सुन्तै आ जे कोइ ओकर अबाज सुन्तै सेसब बाच्तै।
हमर औरो भेंरासब छै जे अइ जेरके नै चियै। हमरा ओकरोसबके अइ जेरमे लाबैके जरुरी छै। उसब हमर बोली सुन्तै आ सब एके जेरमे हेतै आ उसबके एकेटा चरबाह हेतै।
कथिलेत अगमबक्तासब आपन मनसे अगमबानी नै करल्कै, महज पबितर आत्माके परेरनासे उसब परमेस्वरके तरफसे बोल्नेछेलै।
पबितर आत्मा अहैसे देखाबैछै कि, जहियातक पहिन्का कोठलीके पबितर ठाम रहतै, ताबे तक दोसर कोठली महापबितर ठाम जाइबला रस्ता नै खुल्तै।
ओहैमे येसु ओइसबके पुछल्कै, “ओनङ छै त दाउदके पबितर आत्मा कनङके खिरिस्टके ‘परभु’ कहैले लगेल्कै, कथिलेत दाउद आपनेसे एहेन कहनेछै,
उसब एकदोसरमे बताबती करे लाग्लै आ ओतेसे बिदा हैबखत पावल ओइसबके अहिना कहल्कै, “पबितर आत्मा तोरासबके पुरखासबके कहल बात साँचे छै कथिलेत यसैया अगमबक्तासे उ एहेन कहल्कै-
जबकि दाउद आपने पबितर आत्मासे कहनेछै, ‘परमपरभु हमर परभुके कहल्कै, तु हमर दहिना हाथ कता बैठ, जाबेतक हम तोहर दुस्मनसबके तोहर टाङके खराम नै बनाइबौ।’
“हौ, भैयारीसब, धरमसास्तरके बचन पुरा हैकेचाही, जे बचन येसुके पकराबैके लेल लोकसबके अगुवाइ करैबला यहुदाके बिसयमे दाउदके मुहसे पैहनैये पबितर आत्मासे बाजल छेलै।
तहै बखत पबितर आत्मा फिलिपके कहल्कै, “अगा बैढके ओइ रथके सङे-सङे जो।”
अकर बारेमे पबितर आत्मा सेहो अपनासबके अनङ साक्छी देनेछै। पहिने उ कहैछै,