15 पबितर धरमसास्तरमे एहैन कहलगेलछै, “आजु तुसब ओकर अबाज सुनबिही त, तोरासबके पुरखासब परमेस्वरके बिरोध कैरके कठोर बनल जखा तुसब कठोर नै बन।”
हमर धरमी लोकसब बिस्बाससे जिबित रहतै महज ओइसबमेसे कोनो लोक पछा हटतै त, हम ओकरसे खुसी नै हेबै।”
तुसब आपने बिचार कर, परमेस्वरके बेटाके अनादर करैबला, आपनेके पबितर बनाइबला करारके लहुके अपबितर करैबला आ अनुगरह दैबला पबितर आत्माके अपमान करैबला लोक औरो बरका सजाय पाबतै।
अहैलेल परमेस्वर ओकर बिसराम दैबला ठाममे जाइके लेल तोकल बिसेस दिनके “आइ” कहल्कै। उ पहिने बोलल बात बहुत सयमके बाद रजा दाउदके बोलैले लगाइल्कै, “यदि तुसब आइ परमेस्वरके अबाज सुनबिही त, तुसब आपन हिरदय कठोर नै बना।”