1 एक दोसरके भाइ-भैयासब जखा परेम करैतरह।
यदि कोइ परमेस्वरके परेम करैचियै कहैछै आ आपन भाइ-बहिनके घिरना करैछै त उ झुठ छै। आपनसे देखल भाइके परेम नै करैबला नै देखल परमेस्वरके कनङ परेम करे सक्तै?
अन्तमे हम यि कहैले चाहैचियौ, तुसब एके मनके हो, एक दोसरके पिर मरका बुझ, एक दोसरके भाइ दाखिल माइनके परेम कर। तुसब दयालु आ नम्र बन।
आब तुसब सतके माइनके आपन मन सुध कैरलेने चिही तहैलेल एक दोसर कोनो छलकपट नै कैरके भाइ-भैया आ दिदी-बहिन जखा परेम कर। हिरदयसे एक दोसरके परेम कर।
भक्तीमे भाइ-भैयाके इसनेह, भाइ-भैयारीके इसनेहमे परेम थप।
रजा आ सब लोकसबके आदर कर। खिरिस्टमे बिस्बास करैबलासबके परेम कर। परमेस्वरके डर मान।
अपनासब एक-दोसरके परेम आ असल कामके लेल कनङके उत्साह दैले सक्बै ओइ बातमे धियान दैले परतौ।
भाइ-भैयासब, तोरासबके खातिर हरदम परमेस्वरके धन्यबाद देनाइ जरुरी छै। यि फेर योग्यकेभी चियै, कथिलेत तोरासबके बिस्बास परसस्त बरहैत ज्यारहलछौ आ तोरासबके परेम एक-दोसरमे बैढरहल छौ।
सबसे मुख बात यि चियै कि तुसब एक दोसरके पुरा मनसे परेम कर, कथिलेकी परेमसे बहुतो पापसबके झाइपदैछै।
महज पबितर आत्माके फलसब- परेम, आनन्द, सान्ती, धिरज, दया, भलाइ, बिस्वस्तता,
भाइ-भैयासब, तुसब स्वतन्तर हैले बोल्याल गेलचिही। यि स्वतन्तरताके आपन पाप स्वभाबके इक्छा पुरा करैले परयोग नै कर। बरु परेमसे एक दोसरके भलाइ कर।
महज तोरासबके बिरोधमे हम यि कहैचियौ कि, तुसब हमरा पहिनेके करल परेम जखा अखैन करैले छोरने चिही।
ओकर आग्या एह्या चियै कि हमसब परमेस्वरके बेटा येसु खिरिस्टके नाममे बिस्बास करनाइ आ ओकर देल आग्या अनुसार एक-दोसरके परेम करनाइ चियै।
खिरिस्ट येसुमे नै त खतनाके नै त बेखतना कोनो मोल छै। महज एकेटा बातके मोल छै, उ यि चियै, अपनासब बिस्बासके कारन एक-दोसरके परेम करैचियै।
हम तोरासबके यि आग्या करैचियौ कि तुसब एक-दोसरके परेम कर।
जनङ खिरिस्ट अपनासबके परेम करल्कौ, तहिनङ तुहुसब एक-दोसरके परेम कर। उ अपनसबके खातिर परमेस्वरके अगा आपनेके गमगम करैबला भेटी आ बलिदानके रुपमे अरपन करल्कै।
पबितर आत्मा तोरासबके मेलमिलापमे आन्ने छौ। ओइ एकताके सकभर जोग्याके राख।
बिस्बास करैबलासब एकेमन आ एके परानके भेलरहै, ओइसबमेसे कोइ नै आपन धन-सम्पतीके आपन चियै कहैछेलै, महज सब चिजके सझिया मानैत रहै।
जब पेन्तिकोस पाबैनके दिन एलै, परभु येसुमे बिस्बास करैबला सबकोइ एके ठाममे जम्मा भेलरहै।