उ जतहेक मान-सम्मान आ भोग-बिलास करने छै, ओतबेहेक ओकरा दुख आ सोक दहै। कथिलेत उ मनमने कहैछै, ‘हम त महरानी चियै, हम बिधुवा नै चियै, हमरा कहियो सोक करैले नै परतै।’
पहिने त तुसब परमेस्वरके जन नै छेल्ही, महज अखुन परमेस्वरके जन भेलचिही। पहिने तुसब परमेस्वरके दया नै पाबनेछेल्ही, महज अखुन तुसब परमेस्वरके दया पाबनेचिही।
तै खातिर आपनौरके परभुके गबाही दैले लाज नै मान आ हम ओकरलेल जहलमे परलियै से बात सोइचके लाज नै मान। महज परमेस्वरके सक्तीमे सुसमाचार सुनाइबला कामके लेल दुख भोगैले तु हमरसङे सामेल हो।