32 बितलहा दिनसबके याद कर, ओइ बखत परमेस्वरके ग्यान पाइबके तुसब बहुत दुख कस्ट भोगलिही, तैयो तुसब हार नै मानलिही।
कथिलेत उसब, जे एकबेर परमेस्वरके इजोत पाबनेछै, स्वरगके बरदानके सबाद पाबनेछै आ पबितर आत्मामे सहभागी भेलछै,
पापके बिरोधमे तोरासबके करल सङघर्ससे आपन परान दैबला अबस्थामे नै पुगल चिही।
तहै खातिर तुसब होसियार रह, जै बातके लेल तुसब मेहनत कैररहल चिही, तैके नै हरा बल्की तुसब पुरा इनाम पाबैबला भ्याजो।
चाहे जे हेबे, हमसब जे बात पाबनेचियै तैमे बौकार भ्याके रह।
अहैलेल तु जे सिक्छा सुनने आ सिखनेचिही ओकरा याद कर। उ बातमे लागल रह आ पापसे पस्चाताप कैरके मन परिबरतन कर। यदि तुसब जागल नै रहबिही त, हम चोर एल जखा सुटुकसे एबौ आ हम कोन घरी एबौ से तु थाह नै पाबबिही।
हम तोरासबके लेल, लाउडिकियामे रहल मन्डलीके लेल आ हमर मुहो नै देखने बिस्बासीसबके लेल मैर-मैरके काम करनेचियै से बात तुसब जान कैहके हमर इक्छाछै।
अहैलेल तु कतहेक गिरल चिही, से याद कर। पस्चाताप कर आ पहिनेके करल जखा परेम कर। यदि तुसब पस्चाताप नै करबिही त, हम आइबके तोरासबके डैठ उ जगहसे हटादेबौ।
“अन्हारमे इजोत चम्के” कहैबला परमेस्वरे हमरासबके हिरदयमे इजोत चमकाइनेछै। अहैलेल परमेस्वरके महिमा महान चियै कैहके हमसब जानैचियै। साँचोके उ महिमामय ग्यानके इजोत खिरिस्टके चेहरामेछै।
तु ओकरासबके आँख खोइलके अन्हारसे इजोतमे आ सैतानके बन्धनसे परमेस्वर दिसन घुमाबे। जैसे उसब हमरमे बिस्बास करे आ ओकरसबके पाप छमा भ्याजाय आ परमेस्वरके पबितर करल लोकसब रहल ठाममे रहे पाबे।’
आपन आसामे आनन्द कर, दुख-कस्टमे धिरज कर आ निरन्तर परथना करैतरह।
तोरासबके बिस्बास करला अतहेक दिन भेलछौ कि तुसब सिक्छक भ्याजेबाके चाही, महज अखुनो तोरासबके कोइ कोइ परमेस्वरके बचनके छोट छोट बात सिखाबे परलछै। तोरासबके ठोस भोजन नै, बल्की बच्चा जखा दुधके आबसेक्ताछौ।
तुसब परमेस्वरके लोकसबके सेबा कैरते परमेस्वर परती आपन परेम देखाइनेचिही आ अखुनो अहिनङ सेबा करैत आइबरहलचिही। परमेस्वर अनियाय नै करैछै। तोरासबके करल यि सेबा आ परेमके उ कहियो नै बिसरतै।