17 आबसे हमरा कोइने दुख देबे, कथिलेत हम खिरिस्ट येसुके दास चियै से परमान देखाबैले आपन देहमे ओकर चोटके डामसब धारन करनेचियै।
हमसब जतहेक खिरिस्टमे दुख भोग्बै, ततहेक बहौत परमेस्वर अपनासबके खिरिस्टसे सान्तबना देतै।
अखुन हम तोरासबके खातिर दुखो भोइगके खुसी चियौ कथिलेत खिरिस्टके देह अरथात मन्डलीके खातिर बाकी रहल दुख-कस्टसब हम आपन देहमे भोइगके पुरा करैचियौ।
येसुके जिबन अपनासबके देहमे परकट हेबे कैहके हमसब ओकर मिरतु सबदिन अपनासबके देहमे बोइकके चलैचियै।
होसियार रह कि कोइ नै परमेस्वरके अनुगरह पाबैसे छुटे, ताकी अबिस्बासके तित जैर बैढके तोरासबके बिचमे फुट नै आने। एहैन लोक बहुतो लोकसबके असुध नै बनाबे।
हमसब सुन्नेचियै कि, हमरासबके बिचसे कोइ-कोइ अहाँसब लग जाके हमरासबके आदेसे बेगर अहाँसबके मनमे तकलिफ कैरके कतहेक बातसे दुख देने छै।
बास्तममे दोसर सुसमाचार नै छै, महज कोइ-कोइ एहेन छै, जे तोरासबके अलमलमे पाइरके खिरिस्टके सुसमाचारके बिगारैले चाहैछै।
हम खिरिस्टके औरो निकसे चिन्हैले आ ओकरा जियाइबला सक्तीके अनुभव करैले चाहैचियै। ओकर जखा दुख सहैले आ मरैयोले इक्छा करैचियै,
तब उ छोटका आ बरका, धनिक आ गरिब, स्वतन्तर आ दास सबके आपन देहना हाथमे या आपन-आपन कपारमे चेन्हा लगाइले लगाइल्कै।
यि चेन्हा ओइ जानबरके नाम या ओकर सङख्या छेलै। तब जतहेक लोकके उ चेन्हा नै छेलै, उसब किन-बेच करैले नै पाबैछेलै।