तैखातिर अते गिरिक या यहुदी, देहमे खतना करल आ नै करल, असभ्य, असिक्छित, दास या स्वतन्तर ककरो कोनो भेदभाव नै छै महज खिरिस्टे सब चिज चियै आ सबमे बास करैछै।
आब हम सन्सारमे नै रहबै, महज उसब त सन्सारेमे रहतै आ हम अहाँके लग आइबरहल चियै। हे पबितर पिता, अहाँ आपन नामके सक्तिसे एकरासबके रक्छा करु, जे नाम अहाँ हमरा देलियै, ताकि ओहोसब हम आ अहाँ एक भ्याल जखा एक हेबे।
ओइ बखत हम बिमार छेलियौ त तोरासबके दिकत भेलछेलौ, तैयो तुसब हमरा छि-छि आ दुर-दुर नै करलिही। महज उन्टे तुसब त परमेस्वरके एकटा दुत आ खिरिस्टे जखा हमरा स्वागत करलिही।