15 अहैकारनसे परभु येसुमे करल बिस्बास आ खिरिस्टके पबितर जनसबमे तोरासबके परेम सुइनके,
कथिलेकी परभु येसुमे करल तोहर बिस्बासके बिसयमे आ परमेस्वरके जनसबमे करल तोहर परेमके बारेमे हम सुनैतरहैचियौ।
तुसब परमेस्वरके लोकसबके सेबा कैरते परमेस्वर परती आपन परेम देखाइनेचिही आ अखुनो अहिनङ सेबा करैत आइबरहलचिही। परमेस्वर अनियाय नै करैछै। तोरासबके करल यि सेबा आ परेमके उ कहियो नै बिसरतै।
भाइ-भैयासब, तोरासबके खातिर हरदम परमेस्वरके धन्यबाद देनाइ जरुरी छै। यि फेर योग्यकेभी चियै, कथिलेत तोरासबके बिस्बास परसस्त बरहैत ज्यारहलछौ आ तोरासबके परेम एक-दोसरमे बैढरहल छौ।
जे परमेस्वरके परेम करैछै, ओकरा आपन भाइयोके परेम करे परतै। एह्या आग्या खिरिस्ट अपनासबके देने छै।
जे लोकसङे सन्सारके धन-सम्पैत छै, महज आपन भाइके घटि-कमीमे देखभाल करैले मन कठोर करैछै त वेहन लोक परमेस्वरके कनङ परेम करे सक्तै?
आब तुसब सतके माइनके आपन मन सुध कैरलेने चिही तहैलेल एक दोसर कोनो छलकपट नै कैरके भाइ-भैया आ दिदी-बहिन जखा परेम कर। हिरदयसे एक दोसरके परेम कर।
आब देख, अपनासबके परभु येसुके अनुगरह हमर उपर कतहेक बहौत छै कि उ आपन बिस्बाससे आ परेमसे हमरा भरल्कै।
हमर कहैके उदेस्य त यि चियै कि बिस्बासीसब एक दोसरके परेम करे, जे परेम सुध हिरदय, असल बिबेक आ साँचोके बिस्बाससे मातरे आबैछै।
एक दोसरके परेम करे परैछै तैके बारेमे तोरासबके लेल लिखैके कोनो जरुरी नै छै, कथिलेकी परमेस्वर आपनेसे तोरासबके एक दोसरके परेम करे परैछै कैहके सिखाइने छौ।
बिस्बाससे करल तोरासबके काम, परेमसे करल तोरासबके मेहनत आ आपन परभु येसु खिरिस्टके आसामे करल तोहरसबके सहनसिलता हमसब परमेस्वर आ पिताके अगा परथनामे हरदम सम्झैत रहैचियौ।
खिरिस्ट येसुमे नै त खतनाके नै त बेखतना कोनो मोल छै। महज एकेटा बातके मोल छै, उ यि चियै, अपनासब बिस्बासके कारन एक-दोसरके परेम करैचियै।
हम यहुदीसब आ गिरिकसब पस्चाताप कैरके परमेस्वर दिसन घुमे आ अपनासबके परभु येसु खिरिस्टमे बिस्बास करे से बातके चेताइने चियै।
सबसे पहिने, तोरासबके लेल येसु खिरिस्ट दुवारा हम आपन परमेस्वरके धन्यबाद चरहाइचियै, कथिलेकी खिरिस्टमे करल तोरासबके बिस्बासके बारेमे सारा दुनियामे फैललछै।
हम पावल, परमेस्वरके इक्छासे येसु खिरिस्टके परेरित, एफिसस सहरमे रहैबला आ येसु खिरिस्टमे बिस्बास करैबला पबितर लोकसबके यि चिठी लिखैचियौ।
तब तुहुसब खिरिस्टके पबितर लोकसबसङे खिरिस्टके परेमके लम्बा, चौरा, उच आ गैहर कतहेक छै, से बात बुझैले सकबिही।