18 हे घरबालीसब, तुसब परभुके नजरमे मनपरैबला ढङसे आपन-आपन घरबलासबके अधिनमे रह।
हे घरबालीसब, जनङ परभुके अधिनमे रहैचिही तहिनङ तुसब आपन-आपन घरबलाके अधिनमे रह।
महज तोरासबके यि बात थाह हेबे कि खिरिस्ट हरेक मानबके सिर चियै। तहिनङे घरबला आपन घरबालीके सिर चियै आ परमेस्वर खिरिस्टके सिर चियै।
जनी पुरुख उपर हक जमाबे आ उपदेस देबे कैहके हम अनुमति नै दैचियै। ओकरासबके चुपचाप रहे परतै।
जनिसब मन्डलीके सभामे चुप रहैके चाही। ओइसबके बाजैके अनुमति नै छै, महज बेबस्थामे कहल जखा उसब अधिनमे रहे।
महज पतरुस आ परेरितसब जबाब देल्कै, “हमसब लोकसबके नै महज परमेस्वरके आग्यापालन करैये परतै।
खिरिस्टके पबितर जनसब भेलासे तोरासबके बिचमे बेबिचार, सब किसिमके असुध बात आ लोभ-लालचके नाम लैले नै सुहाबैछै।
कथिलेत इजोतके फल त सब किसिमके भलाइ, धारमिकता आ सत्यता चियै।