11 तुसब खिरिस्टमे होनाइ साँचोके खतना पाबनाइ चियौ। लोकके हाथसे लगाइबला खतना नै महज खिरिस्टसे खतना भेलचिही। यि खतना तोरासबके पाप स्वभाबके सक्तीसे छुटकरा पाबैके लेल चियै।
साँचो यहुदी त हिरदयके भितरसे परमेस्वरके अगा सत ठहरैले परतै। तब साँचो खतना त देहके बाहरमे लगाइबला खतना नै महज परमेस्वरके आत्मा पाइबके हिरदय भितरेसे परिबरतन होनाइ चियै। एहेन लोक, लोकसबसे नै महज परमेस्वरसे आदर पाबैछै।
सत हिसाबसे खतना करैबला त हम्हीसब चियै कथिलेत पबितर आत्मासे परमेस्वरके आराधना करैचियै आ खिरिस्ट येसुमे हमसब गर्ब करैचियै। हमसब बाहरके कोनो रितिथितीमे भरोसा नै करैचियै।
तोरासबके पुरन्का जिबन आपने खराब इक्छाके कारनसे नस्ट हैतरहौ। तैखातिर तुसब आपन पुरन्का जिबन तियाइदहै।
हमसब यि जानैचियै कि अपनासबके पुरन्का स्वभाब ओकरसङे कुरूसमे टाङलगेलछै, ताकी अपनासबके पापी स्वभाब नास हेबे आ आबसे पापके दास नै हेबी।
महज उसब, जे खिरिस्ट येसुके चियै, उसब आपन पाप स्वभाबके इक्छा आ ललसा कुरूसमे काटी ठोइकके मारनेछै।
हमर पहिन्का स्वभाब खिरिस्टेसङे कुरूसमे मरल छै। आबसे हम नै महज खिरिस्ट हमरमे जियैछै। जे जिबन अखन हम सरिरमे जियैचियै से परमेस्वरके बेटामे बिस्बास कैरके जियैचियै कथिलेत उ हमरा परेम करल्कै आ हमर खातिर उ बलिदान भेलै।
अहैलेल यदि कोइ खिरिस्टमे छै त उ लोक लया सिरिस्टी चियै। पुरना जिबन बितके चैलगेलै, देख, आब लया जिबन सुरु भेलछै।
खिरिस्ट त लोकसबके हाथसे बनल पबितर ठाममे नै ढुकलै, जे सत पबितर ठामके नमुना मातरे चियै, महज उ स्वरग भितर ढुकलै आ अखुन अपनासबके लेल परमेस्वरके अगा ठारभेल छै।
महज खिरिस्ट अखुन अपनासबसङे भेल सब असल बातसबके परधान पुजारी भ्याके एलै। उ औरो असल आ सिध पालमे गेलै, जे लोकके हाथसे बनल नै छै अरथात सिरिस्टी करल अइ सन्सारके चिजो नै चियै।
हमरासबके थाहछै कि हमसबके यि बास करल नासबान देह पाल जखा चियै, जे एक दिन नास हेतै तैयो परमेस्वरके देल देह स्वरगमे अनन्ततक रहैबला घर जखा हेतै, जे लोकके हाथसे नै बनलछै।
परमेस्वर, जे सन्सार आ ओइमे भेल सबचिजके बनाइल्कै, ओह्या स्वरग आ पिरथिबीके मालिक चियै। उ लोकसबके बन्याल मन्दिरमे बास नै करैछै।
महज महान परमेस्वर त लोकसबके हाथसे बन्याल घरसबमे बास नै करैछै। अगमबक्ताके किताबमे अहिनङ कहनेछै-
आठमा दिनमे बालकके खतना भेलै तब ओकर नाम येसु राखल्कै, जे नाम मरियमके देहभारी हैसे पहिने स्वरगदुत देनेरहै।
“हमसब सुनलियै कि, ‘लोकके हाथसे बन्याल यि मन्दिरके तोइर देबौ आ तिन दिनमे लोकके हाथसे नै बनल दोसर मन्दिर निरमान करबौ।’”
हम केहन दुखी लोक चियै! पाप आ मिरतुके कैदमे रहल देहके हमरा के छुटकरा करेतै?
सन्सारमे तुसब आपन देहके इक्छाके मार, जनङ: बेबिचार, अधलाह बात, दुस्ट काम, असुध बिचार आ लोभ जे मुरतिपुजा चियै।