11 परमेस्वरके महिमीत सक्ती तोरासबके बलगर बनाबे कैहके हमरासबके परथना छै, तब मातरे तुसब अस्थिर भ्याके सब चिज आनन्दसे सहन करैले सकबिही।
ओकर महान सम्पैत आ आत्मासे तोरासबके सक्ती मिले। उ सक्ती तोरासबके आत्म बल बरहैत जाए कैहके हम परमेस्वरसङे परथना करैचियौ।
खिरिस्टके देल सक्तीसे हम सबचिज करैले सकैचियै।
सबदिन नर्म, सोझ आ धिरजी भ्याके एक-दोसरके परेम कर।
अन्तमे, तुसब परभुमे आ ओकर बरका सक्तीसे बलगर हो।
यि महान सक्ती हमरासबके नै महज परमेस्वरके चियै कैहके परस्ट करैके लेल यि धन माटीके बरतनमे अरथात अपनासबमे छै।
तब येसुके नाममे अपमान सहैके योग्य चियै कैहके खुसी मनाइत उसब महासभामे गमलिएलके बात मानैत निकैलके गेलै।
अकर मतलब परमेस्वरके आग्यापालन करैबला आ येसुमे बिस्बास करैबला परमेस्वरके जनसब धिरज करेपरतै।
ग्यानमे आत्मसंयम, आत्मसंयममे धिरज, धिरजमे भक्ति,
जे लोकसब निरन्तर भलाइके काम कैरके आदर, इज्जत आ अनन्त जिबनके खोजी करैछै, ओइसबके परमेस्वर अनन्त जिबन देतै।
महज पबितर आत्मा तोरासबके उपर एतौ तब तुसब सक्ती पाबबिही आ यरुसलेममे, सरा यहुदिया इलाकामे, सामरिया इलाकामे आ पिरथिबीके अन्ततक हमर साक्छी हेब्ही।”
अपनासबके परभु येसु खिरिस्ट दुवारा, अपनासबके मुक्ती दैबला एक मातरे परमेस्वरके सब आदर, महिमा, सक्ती आ अधिकार जुगो-जुग तलिक हैतरहे। आमेन।
होसियार भ्याके बिस्बासमे अरल रह। साहसी आ बौकार हो।