27 अहै बातमे जे दोसी रहै से मोसाके धकिया देल्कै आ कहल्कै ‘तोरा हमरासबके हाकिम आ नियाय करैबला के बनेल्कौ?
“यि ओह्या मोसा चियै, जकरा उसब ‘के तोरा हाकिम आ नियाय करैबला बनेल्कौ’ कैहके असुइकार करने रहै, ओकरा परमेस्वर ओहै झारमे स्वरगदुत सङे हाकिम आ छुटकारा दैबला बनाके पठाइल्कै।
महज येसु ओकरा कहल्कै, “भाइ, के हमरा तोरासबके फैसला करैले या दुनुगोरेके धनसम्पैत बाटैले खटेल्कौ?”
स्तिफनसके बात सुइनके महासभामे बैठल लोकसब तामससे ओकरमे दाँत किरकिराबे लाग्लै।
“महज अपनासबके पुरखासब मोसाके बात मानैले इन्कार करल्कै, बरु उसब ओकरा छोइरके मिसरदेसमे घुइमके जाइले मन करल्कै।
जब उसब यि बातसब सुनल्कै तब महासभाके सदससब रिससे चुरभेलै आ ओइसबके मारैले चाहल्कै।
उसब पतरुस आ युहन्नाके महासभाके अगामे ठार कैरके पुछल्कै, “कोन सक्तीसे या ककर नाममे तोरौरके यि कामसब करैचिही?”
जब येसु मन्दिरमे सिक्छा दैछेलै तब मुल पुजारीसब आ अगुवासब ओकरलग आइबके कहल्कै, “कोन अधिकारसे तु यि कामसब करैचिही? यि अधिकार तोरा के देल्कौ?”