41 तब येसुके नाममे अपमान सहैके योग्य चियै कैहके खुसी मनाइत उसब महासभामे गमलिएलके बात मानैत निकैलके गेलै।
हे हमर भाइ-भैयासब, तोरौरके जब कोनो किसिमके आपत-बिपत एतौ तखुन तुसब खौब आनन्दके बात समझ।
“धैन तुसब, मानबके बेटाके खातिर तोरासबके घिरना करतौ, समाजसे बहिस्कार करतौ, निन्दा करतौ आ बदनाम करतौ त तुसब धैनके हेब्ही।
कथिलेकी खिरिस्टके लेल तोरासबके यि देलगेलछौ, कि तुसब ओकरमे बिस्बास मातरे कैरके नै महज ओकर खातिर दुख सेहो भोगैले परतौ।
हमर नाममे बिस्बास करलाके खातिर उसब तोरासबके यि सब सताइबला काम करतौ, कथिलेत उसब हमरा पठाइबला पिताके नै चिन्हैछै।
ओहैसे खिरिस्टके खातिर कमजोरीमे, बदनामीमे, कठिनाइमे, सताबटमे, आपत-बिपतमे हम सन्तुस्ट चियै। कथिलेकी जब हम कमजोर हैचियै, तब हम सक्तिसाली हैचियै।
अपनासबके बिस्बास सुरु करैबला आ पुरा करैबला येसुके देख। जे पाछुसे पाबैबला आनन्दके लेल अपमानके कुछो नै सोइचके कुरूसमे दुख भोगल्कै आ अखैन उ परमेस्वरके सिंहासनके दहिनाकात बैठलछै।
अतबेक नै, हमसब आपन दुख-कस्टमे सेहो आनन्द मनाबैचियै कथिलेत हमसब जानैचियै कि दुख-कस्टसे सहनसिलता उतपन कराबैछै,
तुसब जहलमे परलहा लोकसबके दया देखाइलिही, आपन सम्पती लुटलगेलै तैयो खुसिसाथ सहन करलिही, कथिलेकी तुसब जानैछेल्ही, कि औरो उतम आ सबदिन रहैबला सम्पती आपनेसङे छै।
यि सुनलाके बाद उसब अनगुते मन्दिरमे गेलै आ उपदेस देबेलाग्लै। महज मुल पुजारी आ ओकरसङे रहैबलासब एलै, महासभामे भेल्हा सब इजराएलीसबके बोलाइल्कै आ परेरितसबके जहलसे लाबैले लोकसबके पठेल्कै।
महज पावल कहल्कै, “तुसब कथिले काइनके हमर मनके तोरैचिही? हम त यरुसलेममे बन्हाइले मातर नै, महज हम त परभुके लेल मरैयोले तैयार चियै।”
कथिलेकी उसब परभुके नामके परचार करैले अगा बरहल छै आ परभुके नै चिन्हैबला सबसे कुछो सहयोग नै लेने छै।